भोपाल

अपग्रेड, प्रदेश के जिला अस्पतालों में पहली मॉडल फिजियोथेरेपी यूनिट होगी जेपी में: इसमें टेनिस एल्बो और सॉफ्ट टिश्यू में इंजुरी का होगा इलाज

भोपाल डेस्क :

जेपी अस्पताल की फिजियोथेरेपी यूनिट को 35 एडवांस मशीनों के साथ अपग्रेड किया जा रहा है। करीब 18 मशीनें जून अंत तक आ जाएंगी। बाकी 17 मशीनों की डिलीवरी जुलाई अंत तक हो जाएगी। इसका सीधा फायदा यहां आने वाले मरीजों को होगा। इन मशीनों के आने के बाद जेपी अस्पताल की फिजियोथेरेपी यूनिट प्रदेश के जिला अस्पतालों में पहली मॉडल फिजियोथेरेपी यूनिट होगी। जेपी में संचालित फिजियोथेरेपी यूनिट में अभी सिर्फ तीन टेबल हैं। यहां रोज करीब 40 मरीजों को थेरेपी की जरूरत पड़ती है। जेपी अस्पताल प्रबंधन ने स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से हुई चर्चा के आधार पर इसका प्रस्ताव बनाकर दिया है।

इन आधुनिक मशीनें से यह होगा फायदा

  • क्लास 4 लेजर- यह सॉफ्ट टिश्यू की इंज्यूरी वाले मरीजों को दर्द से राहत दिलाने में उपयोगी होती है। इससे ट्रिगर पॉइंट पर लेजर से सिकाई की जाती है और मरीज जल्दी आराम मिलता है।
  • काम्बीनेशन थेरेपी-अल्ट्रासाउंड, टेंस, आईएफटी सभी प्रोसीजर एक ही मशीन में मिल जाते हैं, ऐसे में मरीज को एक ही चेंबर में सभी सुविधा मिल जाएंगी।
  • लोंग वेब डाइथेरेमी- टेनिस एल्बो में ट्रिगर पॉइंट को ठीक करने में उपयोगी होती है।
  • शॉक वेब डाइथेरेमी – मांसपेशियों में दर्द में काम आती है। यानी ज्वाइंट पेन के मरीजों के लिए उपयोगी है।

दो हफ्ते में आ जाएंगे ये इक्विपमेंट

ट्रेक्शन यूनिट विथ थ्री फोल्ड, इंफ्रा रेड लैम्प फ्लोवर मॉडल, क्वाडरिसीप एक्सरसाइज टेबल, एल्बो एक्सरसाइजर मैनुअल, पाॅश्चुरल मिरर विथ व्हील, कम्प्लीट सेट ऑफ हैंड एक्सरसाइज टेबल, इंफ्लेटेड डिस्क ऑफ बेलेंस ट्रेनिंग, फिजियो गन, फिजियो थेरेपी बाइव्रेटर, डंबल सेट आदि।

30 लाख रुपए से ज्यादा खर्च
अभी यहां फिजियोथेरेपी यूनिट में 52 प्रकार की मशीनें और उपकरण ही हैं। इनमें से भी अधिकांश बेसिक ही हैं। अब इस यूनिट को अपग्रेड किया जा रहा है। मशीन, उपकरण खरीदी और रिनोवेशन पर 30 लाख से ज्यादा का व्यय होने का अनुमान है।

“फिजियोथेरेपी यूनिट को अपग्रेड कर रहे हैं, मशीनों के साथ ही टेबल और स्टाफ भी बढ़ेगा। तब ज्यादा मरीजों को सुविधा मिलेगी।”
-डॉ. राकेश श्रीवास्तव, सिविल सर्जन, जेपी अस्पताल

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