विदिशा डेस्क :
पिताजी मैं आपकी सेवा करना चाहता हूं। वैसे भी आप अकेले हैं। मैं आपके साथ रहूंगा तो आपकी समस्याओं को देख पाऊंगा। ऐसा कहकर अपनी मां के साथ 15 साल से अलग रह रहा बेटा अपने पिता के घर आ गया। पिता ने सोचा कि बेटा साथ रहेगा तो मेरी सेवा भी हो जाएगी। 10 दिन में ही बेटे ने पिता के रखे 1 लाख रुपए चुराए और गायब हो गया।
संदेह के आधार पर बेटे से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। दरअसल खामखेड़ा चौकी क्षेत्र के पथरिया गांव में खेमचंद्र शर्मा अकेले रहते हैं। 15 साल पहले उनकी पत्नी बेटे को लेकर अलग रहने लगी थी। पत्नी ने रायसेन जिले के एक गांव में दूसरी शादी कर ली थी। वह अपने दूसरे पति के साथ रहती है। पत्नी अपने साथ में ही खेमचंद्र के बेटे को भी ले गई थी। करीब 15 साल बाद अचानक खेमचंद्र का बेटा 21 वर्षीय पंकज शर्मा पथरिया गांव आया।
गेहूं की पेटी में रखे थे रुपए: पंकज घर में करीब 10 दिन रुका। खेम चंद्र शर्मा के घर में उनके एक लाख रुपए गेहूं की पेटी पर रखे थे। जब उनको जरूरत पड़ी पर तो उन्होंने देखा कि वहां रुपए नहीं रखे थे। घर में सब जगह ढूंढ़े लेकिन कोई पता नहीं चला। इसके बाद उन्होंने करारिया थाने में रुपए चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसपी ने तफ्तीश के लिए खामखेड़ा चौकी प्रभारी व स्टाफ को निर्देश दिए थे।