जयपुर

सिलेंडर ब्लास्ट में अब तक 35 मौतें, मुआवजे की मांग, सड़क पर उतरे लोग, धरने पर बैठे सर्व समाज के लोग

जोधपुर/जयपुर डेस्क :

जोधपुर सिलेंडर ब्लास्ट कांड के पीड़ितों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर मारवाड़ राजपूत सभा (सर्व समाज) के बैनर तले बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे। सिर पर, बाजुओं पर काली पट्‌टी बांधे, काले झंडे लहराते हुए ये लोग सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। रविवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे बड़ी संख्या में लोगों ने महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी से कलेक्ट्रेट के लिए कूच किया। आक्रोश रैली शहर के विभिन्न क्षेत्रों से होती हुई दोपहर करीब तीन बजे कलेक्ट्रेट पहुंची। वहां परिसर में एंट्री से पहले ही पुलिस ने रोक दिया। इस दौरान पुलिस से गहमागहमी भी हुई। इसके बाद लोग कलेक्ट्रेट के गेट पर ही धरने पर बैठ गए। देर रात तक लोग वहीं डटे रहे।

शाम करीब 4 बजे एक प्रतिनिधिमंडल कलेक्ट्रेट के अंदर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता को ज्ञापन देने गया। वहां मांगों पर सहमति नहीं बन पाई। गुस्साया प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर के चैंबर में ही धरने पर बैठ गया। करीब 2 घंटे तक कलेक्टर चैंबर में ही सभी डटे रहे। इसके बाद अपने आप वहां से उठकर बाहर आ गए। रैली सोजती गेट, नई सड़क होती हुई कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची। पूरा परिसर छावनी में तब्दील था।

पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने बताया कि मांगें नहीं माने जाने तक महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी के बाहर धरना जारी रखा जाएगा।

जिला कलेक्ट्रेट में सर्व समाज की ओर से ज्ञापन देने पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी, गजेंद्र सिंह खींवसर, पूर्व राज्यसभा सदस्य नारायण सिंह माणकलाव, बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत, पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौड़., पूर्व अध्यक्ष मारवाड़ राजपूत सभा हनुमान सिंह खांगटा, चित्तौड़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल, पूर्व मंत्री जोगाराम पटेल, सूरसागर विधायक सूर्यकान्ता व्यास, बावड़ी प्रधान राजूराम खोजा, भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग, फलोदी विधायक पब्बाराम विश्नोई के अलावा समाज के उम्मेद सिंह राठौड़, त्रिभुवन सिंह भाटी, प्रात सिंह इंदा, सवाई सिंह इंदा, भगवान सिंह तेना, भोपाल सिंह बड़ला आदि मार्च में शामिल हुए।

मारवाड़ राजपूत सभा जोधपुर की तरफ से ये मांगें की गई हैं

  • जोधपुर सिलेंडर ब्लास्ट कांड के घायलों को 25-25 लाख रुपए मुआवजा मिले
  • मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपए मिले
  • मृतक के किसी एक परिजन को सरकारी नौकरी
  • घायल के परिवार में एक को संविदा पर नौकरी
  • अपनी जान देकर घायलों को बचाने वाले सुरेंद्र सिंह को वीरता पुरस्कार व परिवार को विशेष सहायता
  • मृतक मेकअप मैन दिलीप सैन ने भी लोगों को बचाने में जान गंवाई, उसके परिजन के लिए विशेष पैकेज
  • अनाथ हुए बच्चे रावल सिंह की परवरिश व शिक्षा के लिए विशेष सहायता
  • सगत सिंह का मकान हादसे में जल गया, नए आवास की व्यवस्था
  • गैस एजेंसी पर मुकदमा दर्ज कर कंपनी से भी मुआवजा दिलवाया जाए

8 दिसंबर को जोधपुर जिले के शेरगढ़ स्थित भूंगरा गांव में सगत सिंह के बेटे सुरेंद्र सिंह की शादी का कार्यक्रम था। इसी दौरान कई सिलेंडर ब्लास्ट हो गए। इसकी चपेट में आकर 81 लोग झुलस गए थे। इनमें से 55 को महात्मा गांधी अस्पताल (MCH) में भर्ती कराया गया। हादसे में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों को 2-2 लाख और घायलों को 1 लाख की मदद दी गई है। सभा की ओर से कहा गया कि राजस्थान के इतिहास में ग्रामीण क्षेत्र में यह सबसे बड़ी गैस त्रासदी है। ऐसे में मदद ऊंट के मुंह में जीरा है।

मार्च में जोधपुर सहित आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में युवा और ग्रामीण पहुंचे। हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों को 50 लाख की आर्थिक सहायता और एक सरकारी नौकरी, हादसे में घायल को 25 लाख की आर्थिक सहायता देने की मांग की जा रही है।

जालोरी गेट जाने वाले रास्ते को भी बंद किया

रैली में शामिल युवा काले झंडे लेकर आए। हाथ और सिर पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। इधर रैली को देखते हुए पास का तिब्बती मार्केट बंद कर दिया गया था। पुलिस ने जालोरी गेट जाने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया था। रविवार सुबह 11.30 बजे महात्मा गांधी अस्पताल की मॉर्च्युरी से शुरू हुई रैली 2 किलोमीटर लंबी थी। इस दौरान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक जोधपुर शहर में जाम की स्थिति रही।

रैली में शामिल होने वालों के लिए प्राइवेट बस एसोसिएशन की ओर से फ्री यात्रा उपलब्ध कराई गई। जैसलमेर, पोकरण, सांकड़ा, बालेसर शेरगढ़, सिवाना, बालोतरा, फलोदी रूट से बसों से प्रदर्शनकारी रैली में शामिल होने आए।

पुलिस व्यवस्था फेल
यहां पर मंडोर की तरफ से आने वाले वाहनों को पुलिस ने पावटा से पहले ही रुकवा दिया गया। इसके बाद लोग महात्मा गांधी हॉस्पिटल मॉर्च्युरी के बाहर पैदल धरनास्थल तक पहुंचे। इधर जैसलमेर, बालेसर, शेरगढ़ रोड से आने वाली बसों और गाड़ियों को भी पुलिस ने बारहवीं रोड से पहले ही रुकवा दिया। इसके बाद यहां से पैदल लोग धरनास्थल तक पहुंचे। पुलिस की व्यवस्था यहां पर पूरी तरह से फेल नजर आई। पुलिस ने बंद रास्तों के बारे में पहले जानकारी भी नहीं दी। इसके चलते भी शहर में जाम की स्थिति बनी। पुलिस को अंदाजा नहीं रहा था कि रैली में कितने लोग आएंगे। खुफिया तंत्र भी फेल रहा।

केंद्रीय मंत्री का विरोध
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत रविवार सुबह करीब 11 बजे मॉर्च्युरी पहुंचे। यहां कुछ युवाओं ने केंद्र सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए। दरअसल हादसे के बाद से लोग शेखावत को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल कर रहे हैं। केंद्र की तरफ से विशेष सहायता राशि का पैकेज जारी नहीं होने के चलते सोशल मीडिया पर उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

जोधपुर गैस ब्लास्ट में अब तक 35 की मौत
जोधपुर गैस ब्लास्ट में अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है। रविवार को महात्मा गांधी अस्पताल में जोधपुर गैस सिलेंडर ब्लास्ट हासदे में झुलसे तेज सिंह (50) का निधन हो गया। इससे पहले शनिवार रात जेठूसिंह पुत्र भूरसिंह (27) ने दम तोड़ दिया था। कुल 15 घायल अभी भी महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से 6 आईसीयू में हैं। 9 सामान्य बर्न यूनिट वार्ड में एडमिट हैं। इससे पहले शुक्रवार को चंपा कंवर (40) पत्नी जब्बर सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। चंपा कंवर 60 फीसदी से अधिक झुलस गई थीं। एमजीएच मॉर्च्युरी में 10 शव अब भी रखे हैं।

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