
आनंदपुर डेस्क :
भीषण गर्मी और बढ़ते तापमान से जहां सभी का बुरा हाल है। गर्म हवाओं के थपेड़े एवं लू के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हैं। घरों में लगे एसी कूलर भी आग उगल रहे हैं। पशु पक्षी सहित पूरा जीव जगत बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहा है छोटे-बड़े सभी प्रकार के जल स्रोत भी सूख रहे हैं कुआं सूख चुके हैं तो हैंडपंप होने भी जवाब दे दिया है।
इसी बीच ग्राम पंचायत जावती के सरपंच दीवान सिंह कुशवाहा में ग्रामीण जनों की पानी की समस्या को देखते हुए पीने के पानी की व्यवस्था का बीड़ा उठाया और उसने ग्रामीण जनों का भरपूर सहयोग से कामयाबी भी मिली। जिसके चलते अब ग्राम वासियों को पीने के पानी की समस्या से निजात मिल गया है।

ग्राम के दीपक अहिरवार, शिव कुमार, संभव कुशवाह ने बताया कि पीएचई के ठेकेदार में जल जीवन मिशन के अंतर्गत जो काम किया था वह पूरी तरह से गुणवत्ताहीन और अधूरा किया था जगह-जगह पाइपलाइन भी फूटी पड़ी हुई थी ग्रामीण जन बूंद बूंद पानी के लिए यहां वहां भटक रहे थे कोई अपने चार पहिया वाहन से तो कोई मोटरसाइकिल से दो से तीन किलोमीटर दूर से पानी ढोने को मजबूत था कई बार शिकायत है कि लेकिन इन शिकायतों का कोई असर नहीं हुआ लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच ने ग्रामीण जनों की समस्या को गंभीरता से लिया और से काम करवाने में खुद जुट गए अंतता 3 दिन की मेहनत रंग लाई और अब ग्राम के हर घर नल से जल पहुंचने में सफल रहा है।

गांव के समाजसेवी संजीव कुशवाहा, संतोष शर्मा ने बताया कि गांव की जनता भीषण गर्मी में बूंद बूंद पानी के लिए तरस रही थी ग्राम पंचायत के सरपंच ने स्वयं पानी की समस्या के समाधान का बीड़ा खुद ही उठाया है यह बाकई सराहनीय है और हम तो सलाह देते हैं कि ऐसी समस्याओं के प्रति हर एक जनप्रतिनिधि को समय रहते पहले ही चेत जाना चाहिए जिससे रहवासियों को ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े।

ग्राम पंचायत सरपंच दीवान सिंह कुशवाहा ने बताया कि पीएचई के ठेकेदार द्वारा अधूरा काम छोड़कर भाग जाना ग्रामीण जनों की समस्या का मुख्य कारण बन गया था ग्रामीण जनों की पीड़ा असहनीय होती जा रही थी जगह पाइपलाइन फटी पड़ी हुई थी पाइपों में बॉल भी नहीं लगाए गए थे सही से नल कनेक्शन भी नहीं कियें थे। शुरुआत में दो-चार दिन ही यह नल जल योजना चालू रह पाई थी इसके बाद से ही बंद पड़ी हुई थी अब ग्राम पंचायत में निर्णय लिया कि क्यों ना हम किसी भी मध्य से व्यवस्था कर ग्रामीण जनों की समस्या का समाधान करें तब पंचायत में बीड़ा उठाया और जहां-जहां पाइपलाइन टूटी पड़ी हुई थी

उसे बदलवाया सिरोंज से पानी पाइपलाइन के वॉल मंगा कर नए वॉल लगाकर जगह नल कनेक्शन भी ठीक करवाए जा रहे हैं और इस कार्य के लिए अभी तक लगभग 60 से 70 हजार रुपए का खर्च आया है लेकिन इस बात का सुकून है कि ग्रामीण जनों को भीषण गर्मी में पानी के लिए यहां नहीं भटकना पड़ेगा अब प्रतिदिन हर घर नल सेजल पहुंच पा रहा है।




