राजधानी भोपाल में काटजू हॉस्पिटल में ओटी लाइट हुई खराब: मोबाइल टाॅर्च की रोशनी में करना पड़ा ऑपरेशन

भोपाल डेस्क :
नवनिर्मित काटजू अस्पताल में सोमवार रात में एक गर्भवती महिला का ऑपरेशन मोबाइल टार्च की रोशनी में करना पड़ा। कारण, ऑपरेशन थिएटर में सर्जरी के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली ओटी लाइट अचानक खराब हो गई। मामला साेमवार रात करीब 8:30 बजे से रात 11:30 बजे का है। इस दौरान भोपाल निवासी पूनम पति अविनाश को प्रसव के लिए ओटी के भीतर ले जाया गया। जैसे उन्हें भीतर ले गए तो हॉस्पिटल की बिजली गुल हो गई।
बैकअप के लिए लगाए गए जनरेटर को स्टार्ट किया तो बाकी लाइट तो चालू हो गई, लेकिन ओटी लाइट ऑन नहीं हुई जबकि इसी ओटी की बाकी लाइट जल रही थी। टीम ने काफी देर तक ओटी लाइट चालू होने का इंतजार किया। इस दौरान काटजू प्रबंधन ने हेल्थ डिपार्टमेंट के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट को भी सूचित कर दिया। इधर, प्रसूता की हालत देखकर स्त्री सर्जरी टीम में शामिल स्त्री रोग विशेषज्ञ और बाकी टीम ने सर्जरी का फैसला किया। मौजूद स्टाफ में से तीन लोगों ने अपने मोबाइल की टार्च जलाकर फोकस बनाया और डॉ. जरीना खान ने सर्जरी की। अच्छी बात यह रही कि सर्जरी सफल रही। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
उधारी के उपकरणों से शुरू हुआ है काटजू हॉस्पिटल
- काटजू अस्पताल में 47 तरह के 1000 से ज्यादा उपकरण जेपी हॉस्पिटल से भेजे गए हैं। इनमें ज्यादातर एसएनसीयू से संबंधित हैं। यह सामान एनएचएम ने जेपी अस्पताल को उपलब्ध कराया था।
- 300 बेड डेडिकेटेड मदर चाइल्ड केयर (एमसीएच) अस्पताल में ओटी की लाइट्स का हेल्थ डिपार्टमेंट के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने इंस्टॉलेशन किया है। इसको सही ढंग से सिंक्रोनाइज्ड नहीं किए जाने से समस्या आई।
- अस्पताल री-ओपन होने के बाद से अब तक यहां 26 ऑपरेशन हो चुके हैं। पहली बार ऐसी समस्या हुई।
कुछ देर के लिए लाइट गई थी
कुछ देर के लिए लाइट गई थी। जनरेटर तत्काल चालू कर दिया था। इससे ओटी की फोकस लाइट चालू नहीं हो पाई। इसके कारण कुछ दिक्कत हुई। लेकिन हमने तत्काल हेल्थ इंजीनियरिंग वालों को सूचित कर दिया था। उन्होंने अपने टेक्नीशियन को भेजकर समस्या को ठीक कर दिया।
– कर्नल प्रवीण सिंह, अधीक्षक, काटजू अस्पताल