एक पेड़ मां के नाम अभियान: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बोले- एमपी भारत का फेफड़ा, देश का 12% फॉरेस्ट कवर यहीं, जो पौधे लगाए, उन्हें बड़ा होने तक बेटे जैसा पालें

इंदौर डेस्क :
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को इंदौर में थे। एक पेड़ मां के नाम अभियान में शिरकत करने आए शाह ने रेवती रेंज पर एक दिन में 11 लाख पौधे लगाने के विश्व रिकॉर्ड के तहत पौधा भी लगाया। बोले- स्वच्छता, स्वाद और सुशासन के बाद अब इंदौर की नई पहचान ग्रीन सिटी होगी। पौधे लगाने के इस विश्व रिकॉर्ड के बाद दुनिया में इस शहर को ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से भी जाना जाएगा।
उन्हाेंने कहा प्रधानमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण के लिए जनता से मां के नाम पेड़ लगाने का नारा दिया और इंदौर ने उसे जन आंदोलन बना दिया। अभियान की सफलता का श्रेय यहां की जनता को जाता है। शाह ने केंद्र की पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। सेंट्रल आर्म पुलिस फोर्स द्वारा देशभर में एक साल में 5 करोड़ पौधे लगाने की जानकारी भी दी। शाह ने मप्र को भारत के फेफड़े बताते हुए कहा कि देश के कुल ग्रीन कवर का 12 फीसदी सिर्फ मप्र में है। इस साल 5 करोड़ 51 लाख पौधे लगाने के अभियान से इसमें विस्तार तय है।
सीएम यादव ने कहा– सबको बधाई… कार्यक्रम के समापन मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र लेते हुए कहा, यही वास्तविक प्रमाण पत्र रहेगा। उन्होंने आयोजन में शरीक नागरिक, सामाजिक संगठनों को इस उपलिब्ध के लिए बधाई दी।
यह भी कहा- डॉ. यादव सभी क्षेत्रों में बेहतर काम कर रहे हैं
शाह ने कहा- पौधे लगाना आसान है, लेकिन उन्हें बड़ा करना कठिन है। विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए जो पौधे लगाए हैं, उन्हें बड़ा होने तक बेटे जैसा पालना होगा। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश में सभी क्षेत्रों में बेहतर काम कर रहे हैं। कार्यक्रम में फिल्म एक्टर रणदीप हुड्डा और डायरेक्टर नीरज पाठक भी मौजूद थे। हुड्डा ने अमित शाह को पीतल से बनी भारतीय न्याय संहिता की प्रति भेंट की। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर, राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार, प्रदेश प्रभारी महेंद्र सिंह, सांसद शंकर लालवानी, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित भाजपा विधायक सहित अन्य नेता मौजूद थे।
जीएसीसी में शाह ने कहा- इंदौर अब एजुकेशन हब बनने की दिशा में बढ़ गया है
मैं इंदौर वालाें काे कह रहा हूं… इंदौर अब तक कॉटन हब माना जाता था, स्वच्छता का हब माना जाता था। अब एजुकेशन का हब बनने की दिशा में भी यह तेजी से बढ़ रहा है। यह बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार काे जीएसीसी (शासकीय अटल बिहारी वाजपेयी कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय) में आयाेजित पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस उद्घाटन समाराेह में कही। उन्हाेंने कहा कि हमारा इंदौर फार्मा, ऑटाेमाेबाइल, टैक्सटाइल, फूड प्राेसेसिंग सहित हर दिशा में आगे बढ़ रहा है। मुंबई काे हम देश की आर्थिक राजधानी कहते हैं।
इंदौर मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी है। शाह ने मंच से ही कहा कि यह सिर्फ नाम बदलने का प्राेग्राम नहीं है। मैंने उच्च शिक्षा मंत्री से सारी डिटेल मांगी थी। एक-एक कॉलेज के बारे में विस्तार से जानकारी ली। पता किया कि किसी पैरामीटर पर काेई कॉलेज कमजाेर ताे नहीं है, इसमें काेई चूक ताे नहीं हुई? मैं बधाई देता हूं कि हर कॉलेज सभी पैरामीटर्स पर खरा उतरा है। शाह ने कहा कि देशभर में सबसे पहले मध्यप्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू की गई है। इस महत्वपूर्ण कदम के लिए मैं मध्यप्रदेश सरकार को बधाई देना चाहता हूं। इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई का पाठ्यक्रम भी मातृभाषा हिंदी में यहीं लागू किया गया।



