
इंदौर डेस्क :
देशभर की स्मार्ट सिटी में इंदौर को बेस्ट स्मार्ट सिटी का अवॉर्ड मिला है। वहीं इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड में मध्यप्रदेश को बेस्ट स्टेट का अवॉर्ड मिला है। शुक्रवार को केंद्र सरकार ने इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड 2022 की रैंकिंग जारी की। इंदौर को 7 कैटेगरी में अवॉर्ड मिला है।
भोपाल को वाटर सप्लाई सिस्टम और ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने के लिए अवॉर्ड मिला है। ग्वालियर और सागर को इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए अवॉर्ड मिला है। जबलपुर को 311 ऐप के लिए अवॉर्ड दिया गया है। 27 सितंबर को इंदौर में आयोजित होने वाले समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विजेताओं को सम्मानित करेंगी।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मप्र को बेस्ट अवॉर्ड मिलने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यहां 7 शहरों में कई क्षेत्रों में 15,696 करोड़ की लागत से 779 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। जो यहां के लोगों की बुनियादी जरुरतों को पूरा कर उनकी जिंदगी को आसान बना रहे हैं।
इंदौर को ये अवॉर्ड मिले
1. सैनिटेशन में पहला स्थान
गोवर्धन बायो सीएनजी प्लांट के लिए
इंदौर के घरों से हर रोज 500 टन गीला कचरा यानी सब्जी, फल, जूठन को कभी यू ही फेंक दिया जाता था, पर आज उसी से रोजाना 17 हजार किलो बायो CNG और 100 टन जैविक खाद गोवर्धन बायो सीएनजी प्लांट में बन रही है। हर महीने की कमाई 4 करोड़ रुपए है।
2. अर्बन एनवायरन्मेंटल के लिए पहला स्थान
एयर क्वालिटी इंप्रूवमेंट इन इंदौर, अहिल्या वर्टिकल गार्डन के लिए
अहिल्या वर्टिकल गार्डन शहर में रिवर साइड रोड सहित अन्य स्थानों पर बनाए गए हैं। नगर निगम ने नदी और नालों पर मौजूद पुलों की रेलिंग पर जाली लगाकर उन पर 12 फीट ऊंचाई तक वर्टिकल गार्डन बनाए। 50 पुलों पर इस तरह से गार्डन तैयार किए गए।
3. वाटर कैटेगरी में पहला स्थान
सरस्वती एवं कान्ह नदी प्रोजेक्ट (संकल्प), रेनवाटर हार्वेस्टिंग वाटर + 2 वाटर सरप्लस, रेजुएशन आफ लेक्स, वेल्स एंड स्टेप वेल्स ऑफ़ इंदौर
सरस्वती-कान्ह रिवर फ्रंट के अंतर्गत इंदौर में कान्ह नदी के तटों को रंग-बिरंगी रोशनी और पानी के फव्वारों से सजाया गया। इंदौर ने 21.3 किलोमीटर लंबी कान्ह और 12.4 किलोमीटर की सरस्वती नदी को पुनर्जीवित किया है। 6 प्रमुख नालों सहित 137.28 किलोमीटर में बहने वाले सीवरेज को प्रोसेस किया।
4. इकोनामी के लिए दूसरा स्थान
वैल्यू कैप्चर फाइनेंसिंग के लिए
क्रिस्टल आईटी पार्क में 230 से ज्यादा कंपनियां है। इसमें नामी आइटी कंपनी इंफोसिस और टीसीएस जैसे नाम भी शामिल हैं।
5. बिल्ड एनवायरनमेंट के लिए दूसरा स्थान
रिवरफ्रंट डेवलपमेंट के लिए
कृष्णपुरा पर रिवर फ्रंट का विकास किया गया है।
6. कॉविड इनोवेशन के लिए दूसरा स्थान
कोरोनाकाल में कोविड-19 रिस्पांस
बायो सीएनजी प्लांट : कचरे से हर माह 4 करोड़ की कमाई
इंदौर को बायो सीएनजी प्लांट कैटेगरी में पहला स्थान मिला है। ऐसा इसलिए क्योंकि शहर के घरों से पहले हर रोज 500 टन गीला कचरा यानी सब्जी, फल, जूठन को यूं ही फेंक दिया जाता था। लेकिन अब इसी से रोजाना 17 हजार किलो बायो CNG और 100 टन जैविक खाद बन रही है। इससे निगम को हर महीने 4 करोड़ रुपए की कमाई होती है। इस तरह देश में इंदौर ऐसा शहर है जहांं कूड़ा करकट से कमाई की जाती है। यहां एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट है।
महापौर और निगमायुक्त ने भी दी इंदौर वासियों को बधाई
स्वच्छता के साथ इंदौर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में नगर निगम द्वारा किए गए कार्यों को लेकर इंडिया स्मार्ट सिटी अवार्ड कांटेक्ट 2022 की जारी रैंकिंग में मध्य प्रदेश प्रथम स्थान और इंदौर शहर देश में प्रथम स्थान पर रहा। महापौर पुष्यमित्र भार्गव और आयुक्त हर्षिका सिंह ने इंदौर वासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। नागरिकों के सहयोग से निगम द्वारा किए जा रहे प्रयासों में दिए गए सहयोग के लिए नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी. ने भी बधाई देते हुए कहा कि इंदौर ने आज एक बार फिर से देश में अव्वल नंबर हासिल किया है।
भोपाल को दो कैटेगरी में अवॉर्ड
भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड को वाटर सप्लाई के स्कॉडा सिस्टम के लिए राष्ट्रीय ई-गर्वनेंस अवार्ड-2023 मिला है। यह पुरस्कार शुक्रवार को इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूक्ष्म, लघु और माध्यम उद्यम मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा ने प्रदान किया। पुरस्कार भोपाल स्मार्ट सिटी की तरफ से सीईओ गौरव बेनल ने प्राप्त किया। वहीं ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने की कैटेगरी में भोपाल दूसरे स्थान पर रहा।