अपनी मांगों को लेकर गुरुजी संगठन ने विदिशा से भोपाल के लिए पैदल यात्रा शुरू की: भोपाल में करेंगे आंदोलन
विदिशा डेस्क :
गुरुवार को विदिशा जिले में हजारों की संख्या में गुरुजी एकत्रित हुए और अपनी मांगों को लेकर गुरुजी संगठन ने विदिशा से भोपाल के लिए पैदल यात्रा शुरू की।
वहीं गुरु जी संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि गुरुजनों की नियुक्ति 1997-98 में हुई है और उनका सेवाकाल 2008 से जोड़ा जा रहा है। जिससे गुरुजनों को ना तो वरिष्ठता का लाभ मिल रहा है और ना ही उचित वेतन मिल पा रहा है। जबकि अन्य शिक्षक संगठनों को इसका लाभ पहले से दिया जा रहा है और इसी मांग को लेकर गुरुजनों का कहना है कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान अति संवेदनशील हैं उन्होंने घोषणा भी की थी परंतु अधिकारियों कर्मचारियों की लापरवाही के चलते अभी तक हमारी मांग पूरी नहीं हो पाई है।
इसी मांग को लेकर आज गुरुजी संगठन के बैनर तले हम लोग विदिशा से भोपाल के लिए पैदल यात्रा करेंगे और प्रदेश के मुखिया से गुहार लगाएंगे कि हमारी वरिष्ठता क्रम की मांग को जल्द से जल्द स्वीकार किया जाए। गुरुजी शिक्षक संघ प्रदेश पदाधिकारी ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में 28 हजार के लगभग गुरूजी कार्य कर रहे हैं। 2005 में डीपी दुबे कमेटी ने गुरूजी को शिक्षा संवर्ग में शामिल करने, संविलियन के रूप में दो सुझाव दिए थे।
शासन की ओर से उन सुझावों को आधा अधूरा स्वीकार किया। संविलियन करने से पूर्व सभी गुरूजी के लिए परीक्षा अनिवार्य कर दी। परीक्षा न देने पर सीधे सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्ति करने, लेकिन नियुक्ति की गणना 2008 के बाद करने की शर्त रखी गई। लगभग प्रत्येक गुरूजी की परीक्षा हो चुकी है। लेकिन संविलियन पूरी तरह नहीं हुआ।
2018 में भी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अलग-अलग संवर्गों के शिक्षा विभाग में संविलियन की घोषणा की थी। जिसमें स्थानांतरण नीति, गुरूजी का वरिष्ठता क्रम आदि शामिल थे। उन घोषणाओं पर भी अमल नहीं हुआ है। उनकी घोषणाओं को दोबारा याद दिलाने गुरूजी आंदोलन कर रहे हैं।