विदिशा

ग्राउंड रिपोर्ट: लोकार्पण के 6 महीने बाद भी चालू नहीं हुआ स्वच्छता परिसर, भटकते यात्री पूछते हैं टॉयलेट घर किधर है

यात्रियों को भारी परेशानियों का करना पड़ रहा है

आनंदपुर डेस्क  :                               सीताराम वाघेला 

लोकार्पण के 6 महीने बाद भी आनंदपुर का स्वच्छता परिसर अभी तक चालू नहीं हो सका जिसके चलते आनंदपुर आने जाने वाले यात्रियों को टॉयलेट जाने के लिए भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और भटकते यात्री पूछते हैं कि आनंदपुर में टॉयलेट घर किधर है। पुरुष तो कहीं पर भी गुमटियों के पीछे टॉयलेट करने चले जाते हैं लेकिन सबसे अधिक समस्याओं का सामना महिलाओं को करना पड़ता है क्योंकि डेढ़ किलोमीटर लंबे बाजार में एक भी सुविधा केंद्र टॉयलेट घर नहीं है इतने बड़े ग्राम आनंदपुर के लिए यह अपने आप में एक शर्म की बात है।

7 फरवरी को किया था लोकार्पण

भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने 4 लाख 60 हजार रुपए की लागत से स्वच्छता परिसर, 18 लाख 18 हजार रुपए की लागत की पानी की टंकी का लोकार्पण और 3 लाख रुपए की लागत से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के मरम्मत कार्य का भूमि पूजन विकास यात्रा के दौरान 7 फरवरी को किया था लेकिन 6 महीने पूरे होने को है किंतु अभी तक न पानी की टंकी से पानी की सप्लाई हुई और न ही स्वच्छता परिसर को आम जनता के उपयोग में खोला गया। अभी तक स्वच्छता परिसर के अंदर का निर्माण कार्य भी पूरा नहीं हुआ और विधायक उमाकांत शर्मा ने अधूरे स्वच्छता परिसर का ही लोकार्पण कर दिया। ना ही इसमें टाइल्स लगे और ना ही लैट्रिन बाथरूम की सीट जमी। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के मरम्मत का कार्य भी अभी तक नहीं हो सका।

9 साल से शो फीस बना सुलभ कॉम्प्लेक्स

वर्ष 2014 में सरपंच मुकेश सोनी द्वारा लगभग ₹ 2 लाख रुपए की लागत से थाने के सामने एक सुलभ कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराया था चुनावी समय होने के कारण इसका लोकार्पण नहीं हो सका था और तब से लेकर अभी तक ग्राम पंचायत द्वारा इस सुलभ कॉम्प्लेक्स पर कोई भी ध्यान नहीं दिया गया अब तो अभी तक नहीं खोले गए इसके चारों और बेशुमार गंदगी फैली हुई है और अंदर से खंडहर भी होने लगा।

ग्राम के वरिष्ठ नागरिक धर्मेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि 6000 की आबादी वाले आनंदपुर का दुर्भाग्य है कि मुख्य बाजार जो की एक से डेढ़ किलोमीटर लंबा है में कोई भी सुविधा घर बाथरूम की व्यवस्था नहीं है और जो स्वच्छता परिसर बना है वह भी अभी तक आम जनता के लिए नहीं खोला जाना बड़े ही शर्म की बात है।
कपड़ा व्यवसाई संतोष शर्मा ने बताया कि दुकान पर 8:30 बजे पहुंचते हैं और जब टॉयलेट लगती है तो उन्हें बाजार से बाहर टॉयलेट करने जाना पड़ता है या फिर अपने घर पर ही टॉयलेट के लिए जाओ। बाजार में खासकर महिलाओं को सबसे अधिक असुविधा का सामना करना पड़ता है बेचारी महिलाएं शर्म के मारे कुछ कहा भी नहीं पाती।

76000 की प्याऊ 76 मिनट भी नहीं चालू हुई। 

पूर्व सरपंच पति द्वारा आनंदपुर में 29 जनवरी 2017 को बापचा तिराहे पर 76000 की लागत से एक प्याऊ के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया था। बमुश्किल 1 साल में तो बनकर तैयार हुई। लेकिन इस प्याऊ से अभी तक 76 मिनट भी आमजन के लिए पानी पीने को नहीं मिल सका। जबकि आनंदपुर में ही पंचायत भवन के सामने सामाजिक संगठन जन चेतना मंच द्वारा 8 वर्ष पूर्व निर्मित प्याऊ अभी तक नियमित रूप से संचालित हो रही है लेकिन ग्राम पंचायत की उदासीनता के चलते बापचा तिराहे वाली प्याऊ चालू भी नहीं कराई गई।


सामाजिक संगठन जन चेतना मंच के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह पाटीदार ने बताया कि वर्ष 2016 में हमने सरपंच से बोला था कि हमारी एक प्याऊ तो बनकर चालू हो गई है अब बापचा तिराहे पर हमें एक प्याऊ बनने दें, लेकिन पंचायत सरपंच पति ने कहा कि इस जगह प्याऊ का निर्माण हम ही कराएंगे और अच्छी संचालित करके दिखाएंगे लेकिन आनंदपुर का दुर्भाग्य यह है कि पंचायत द्वारा 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी इस प्याऊ को चालू नहीं कराया गया।
इस प्याऊ के संबंध में हमने जनपद सीईओ से भी बात की थी लेकिन अभी तक चालू नहीं हो सकी। अब हम कलेक्टर महोदय से इस संबंध में चर्चा कर प्याऊ को चालू करने का प्रयास करेंगे

इस संबंध में ग्राम पंचायत से जानकारी मिली है कि पूर्व सरपंच द्वारा आनंदपुर के निर्माण कार्यों का कोई भी लेखा-जोखा उन्हें नहीं सोपा गया जिस कारण इस संबंध में कोई भी जानकारी देने की स्थिति में नहीं है।
सचिन मानिकचंद ने बताया कि मुझे कोई भी पूरी जानकारी नहीं है इसलिए मैं कुछ भी नहीं बता पाऊंगा।

News Update 24x7

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!