सीएम हेल्पलाइन में लापरवाही बरतने पर गिरी गाज: कलेक्टर ने दिए लटेरी तहसीलदार सहित सात अधिकारियों के वेतन रोकने के निर्देश
विदिशा डेस्क :
विदिशा में सरकारी अधिकारियों को सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों में लापरवाही बरतना महंगा पड़ गया। कलेक्टर उमा शंकर भार्गव ने सात अधिकारियों के वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा लोगों की समस्याओं की शिकायतों के निराकरण के लिए सीएम हेल्पलाइन बनाई गई। लेकिन, सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों का जिले के प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता की वजह से लोगो की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। पहले भी प्रदेश स्तर पर शिकायतों के निराकरण में जिले की किरकिरी हो चुकी थी। जिसके बाद कलेक्टर ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए लोगों की शिकायतो का समाधान करने के आदेश दिए थे। बावजूद इसके अधिकरियों ने सीएम हेल्प लाईन की शिकायतों को गंभीरता से लिया है।
कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन के निराकरण मामलों में जो विभाग सी और डी ग्रेड सूची में शामिल है उनके खिलाफ असंतोष जाहिर करते हुए सख्त कार्यवाही के प्रस्ताव विभाग प्रमुख को भेजने के भी निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक में लगातार अनुपस्थित रहने वाले उद्योग एवं व्यापार केंद्र के महाप्रबंधक आईएच खान को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है।
इन पर हुई कार्यवाही
- महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी बृजेश जैन,
- जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री बासौदा व्हीपी अहिरवार,
- उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक केएल व्यास,
- सहकारिता विभाग के उपायुक्त पीएस बरोठिया,
- लटेरी तहसीलदार हेमंत अग्रवाल ,
- गुलाबगंज तहसीलदार हेमंत शर्मा ,
- शमशाबाद की नायब तहसीलदार रितु राय