ब्रेकिंग न्यूज़: MP में एक साथ जलीं चार दोस्तों की चितायें: ट्रक-कार की टक्कर में पांच युवकों की मौत
कोई इकलौता बेटा था, कोई 4 बेटियों का पिता

न्यूज़ डेस्क :
खंडवा में गुरुवार रात ट्रक और कार की आमने-सामने से टक्कर हो गई। हादसे में कार सवार पांच दोस्तों की जान चली गई। पोस्टमॉर्टम के बाद शुक्रवार दोपहर इन सभी का अंतिम संस्कार किया गया। इनमें से चार दोस्तों की अर्थी एक साथ उठी। जिसे देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं।
कार सवार युवक खंडवा के पुनासा से खरगोन लौट रहे थे। पुनासा से 5 किलोमीटर दूर दौलतपुरा फाटे के पास कार सामने से आ रहे ट्रक में जा घुसी। कार बुरी तरह पिचक गई, जिससे शव क्षत-विक्षत हो गए।
रिश्तेदार के घर गए थे, लौटते समय हादसा
पुनासा चौकी प्रभारी जगदीश सिंधिया ने बताया कि कार में भारत (40) निवासी कांकरिया, मनीष निवासी दोगावां, पुखराज नामदेव निवासी दोगावां, आदित्य शर्मा (25) निवासी कसरावद और अलकेश भारूड़ निवासी दोगावां सवार थे। पांचों दोस्त अलकेश के साले महेश यादव के घर खंडवा के दौलतपुरा गए थे।
सभी रात करीब 10 बजे खरगोन के लिए निकले थे। रास्ते में हादसे का शिकार हो गए। शुक्रवार सुबह 7 बजे पुनासा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ। सुबह 9 बजे तक सभी के शव उनके गांव पहुंचा दिए गए।
इकलौता बेटा था आदित्य, 8 माह पहले हुई थी शादी
आदित्य शर्मा कसरावद के कपड़ा व्यापारी का इकलौता बेटा था। करीब आठ माह पहले जनवरी में ही उसकी शादी हुई थी। आदित्य की मौत की खबर की जानकारी मिलते ही उसके घर में रिश्तेदारों की भीड़ जुट गई।
पुखराज की दो महीने पहले सगाई हुई थी, अगले साल होनी थी शादी
खरगोन में दोगावां निवासी पुखराज खेती-किसानी के साथ किराना दुकान भी चलाता था। दो माह पहले उसका रिश्ता पक्का हुआ था। सगाई हो चुकी थी। परिवार के लोगों का कहना है कि अगले साल उसकी शादी होनी थी। परिवार में माता-पिता और बड़ा भाई है।
मनीष के पिता के नाम रजिस्टर्ड थी कार
पांचों दोस्त मनीष वर्मा की कार से खंडवा आए थे। कार मनीष के पिता ताराचंद वर्मा के नाम रजिस्टर्ड है। मनीष दोगावां गांव का रहने वाला था।
चार बच्चियों के सिर से उठा पिता का साया
अलकेश यादव ड्राइवर का काम करता था। परिवार में पत्नी और चार बेटियां हैं। खंडवा के दौलतपुरा में अलकेश की रिश्तेदारी थी। कुछ समय पहले उसके साले महेश यादव का ऑपरेशन हुआ था। वह साले का हाल जानने के लिए आया था। पुनासा में किसी की फोर व्हीलर भी बिकाऊ थी, जिसे देखने सभी दोस्त पहुंचे थे।
भारत मुकाती के दो मासूम बेटे
भारत मुकाती पेशे से किसान था। परिवार में माता-पिता, पत्नी के अलावा दो बेटे हैं। दोनों बच्चे मां से पिता के बारे में पूछ रहे हैं लेकिन वह भी पति की मौत से सदमे में है।