मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव बने अनुराग जैन: केंद्र से रिलीव होते ही सरकार ने जारी किया आदेश, आज ग्रहण करेंगे पदभार

भोपाल डेस्क :

अनुराग जैन मध्यप्रदेश नए मुख्य सचिव बन गए हैं। सोमवार देर शाम को केंद्र सरकार ने उन्हें प्रतिनियुक्ति से रिलीव किया। इसके कुछ ही देर बाद मध्यप्रदेश सरकार ने जैन को मुख्य सचिव बनाए जाने का आदेश देर रात जारी कर दिया।

वे मंगलवार सुबह 7.20 बजे एयर इंडिया की फ्लाइट से भोपाल पहुंचेंगे। उनकी मुलाकात सीएम डॉ. मोहन यादव से होगी। इसके बाद सुबह 10 बजे वे मंत्रालय पहुंचकर पदभार ग्रहण करेंगे।

अनुराग जैन अगस्त 2025 तक इस पद पर रहेंगे। वे 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं। मौजूदा मुख्य सचिव वीरा राणा का सर्विस एक्सटेंशन 30 सितंबर को यानी आज खत्म हो गया। जैन को मुख्य सचिव बनाने से किसी भी अफसर को सुपर सीड नहीं किया गया है।

वरिष्ठता के आधार पर मिली अनुराग जैन को जिम्मेदारी

अनुराग जैन की नियुक्ति का आधार अनुभव और सीनियोरिटी है। हालांकि वे सीएम डॉ. मोहन यादव की पसंद भी हैं। अनुराग जैन को सीएस बनाने की चर्चा नौ महीने पहले भी हुई थी, जब सीएम डॉ. मोहन यादव से दिल्ली स्थित एमपी भवन में उनकी मुलाकात हुई थी।

अनुराग जैन को केंद्रीय प्रति नियुक्ति से वापस करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने डीओपीटी को पत्र भेजा था। जिसके बाद केंद्र सरकार ने सोमवार देर शाम उन्हें रिलीव कर दिया। अनुराग जैन 30 मई 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे।

पूर्व मुख्य सचिव रहे इकबाल सिंह बैंस के एक्सटेंशन के समय भी जैन के मुख्य सचिव बनने की चर्चा थी, लेकिन केंद्र ने उन्हें नहीं छोड़ा। बता दें, अनुराग जैन के साथ राजेश राजौरा, मोहम्मद सुलेमान और जेएन कंसोटिया के नाम भी मुख्य सचिव के लिए चर्चा में थे।

रविवार सुबह सीएम हाउस में 1990 बैच के आईएएस डॉ. राजेश राजौरा को वहां मौजूद अफसरों ने बधाई भी दे दी थी। इस दौरान पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान सीएम हाउस में थे। उनकी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से आधे घंटे तक मुलाकात भी हुई।

मोदी 3.0 में अहम मंत्रालय की कमान मिली थी 10 साल पहले पीएमओ में संयुक्त सचिव रहे अनुराग जैन को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में सबसे अहम मंत्रालय रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे की कमान दी गई है। जैन मप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो बार सचिव रह चुके हैं। वे भोपाल के कलेक्टर भी रहे हैं। जैन वित्त प्रबंधन के अच्छे जानकार माने जाते हैं।

यही वजह है कि 2019 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद कमलनाथ सरकार ने उन्हें वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन मई 2020 में वे फिर से प्रतिनियुक्ति पर केंद्र चले गए। अनुराग जैन ने दिसंबर 2013 से फरवरी 2014 तक भारतीय निर्यात-आयात बैंक के कार्यवाहक अध्यक्ष और कार्यवाहक प्रबंध निदेशक के रूप में भी काम किया है।

अनुराग जैन की मध्यप्रदेश में पब्लिक सर्विसेज डिलीवरी एक्ट को लागू कराने में अहम भूमिका रही है। पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान में भी उनका अहम रोल रहा।

दिल्ली से आया अनुराग जैन को सीएस बनाने का मैसेज- सूत्र सूत्रों की माने तो जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल से झारखंड के लिए रवाना हुए तब तक दिल्ली से किसी भी तरह कोई मैसेज नहीं पहुंचा था। इसलिए यह माना जा रहा था कि डॉ. राजेश राजौरा ही प्रदेश के अगले मुख्य सचिव बनाए जाएंगे। सीएम के रवाना होने के बाद दिल्ली से यह संदेश पहुंचा कि अनुराग जैन को मुख्य सचिव बनाया जाए।

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