विदिशा

यूआईडीएआई ने नई गाइडलाइन जारी की: 18 साल से अधिक उम्र बाले सख्त जांच के बाद ही बनेंगे आधार कार्ड

विदिशा डेस्क :

अब 18 साल से अधिक उम्र के युवाओं को आधार कार्ड बनवाने के लिए सख्त जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। यूआईडीएआई ने नई गाइडलाइन जारी कर राज्य सरकारों को पत्र लिखकर नोडल अधिकारी नियुक्त करने को कहा है। ये अधिकारी ही नए आधार के लिए बालिगों के नाम-पते आदि की जांच करवाएंगे। साथ ही यूआईडीएआई ने बालिगों के आधार कार्ड की जिम्मेदारी राज्य सरकारों को सौंप दी है।

इस संबंध में हाल ही में राज्य शासन ने भी सभी जिलों को नए आधार कार्ड राज्य की स्वीकृति के बाद ही बनाने के आदेश जारी कर दिए है। बताया जा रहा है कि यह सख्ती आधार कार्ड का दुरुपयोग रोकने के लिए की गई है। इस जांच प्रक्रिया के चलते फिलहाल आधार कार्ड के लिए स्लॉट नहीं मिलने की भी समस्या आ रही है।

विदिशा जिले में आधार कार्डों की संख्या पर नजर डालें तो अभी 16 लाख 12 हजार 797 आधार कार्ड बनाए जा चुके हैं। यह संख्या जिले की आबादी से ज्यादा है। वह आबादी जो वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर घोषित की गई थी। यानी वर्ष 2011 की 14 लाख 58 हजार 875 की आबादी से तुलना करें तो जिले में अभी तक बन चुके आधार कार्डों की संख्या करीब डेढ़ लाख से भी अधिक है। यदि देश की बात करें अभी तक 1 अरब 37 करोड़ 61 लाख 58 हजार 201 आधार कार्ड जनरेट हो चुके हैं। ऐसी आशंका जताई गई है कि दूसरे देशों से आकर बसे लोगों के भी आधार कार्ड बन रहे हैं।

नई गाइडलाइन के बाद यूआईडीएआई की साइट पर 18 प्लस वालों के लिए आधार बनवाने का टाइम स्लॉट नहीं मिल रहा है। नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाने के बाद रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया दोबारा शुरू की जाएगी। यही वजह है कि जुलाई में 665460 आधार कार्ड बने हैं। जबकि जून में यह संख्या 1.42 मिलियन थी। इसी तरह मई में 2.46 मिलियन, अप्रैल में 2.35 मिलियन, मार्च में 1.83 मिलियन, फरवरी में 2.34 मिलियन और जनवरी में सबसे अधिक 4.08 मिलियन लोगों के आधार बने थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!