विदिशा

निर्दई स्कूल प्रधानाध्यापक को फांसी की सजा और पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दे सरकार।

देश के महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

विदिशा डेस्क :

21वीं सदी में भी हारे देश भारत में जातिवाद अपनी पूरी चरम सीमा पर है और देश का ऐसा कोई भी प्रदेश नहीं जहां प्रतिदिन कोई ना कोई व्यक्ति जातिवाद का शिकार ना होता हो मध्य प्रदेश महाराष्ट्र गुजरात उत्तर प्रदेश राजस्थान सहित कोई भी ऐसा प्रदेश नहीं है कि जहां पर जातिवादी मानसिकता वाले लोग अपनी मानसिकता को बदलें और सभी को एक समान मानवता की दृष्टि से देखें। हमें प्रतिदिन देश के किसी भी कोने में 1- 2 ऐसी घटनाएं देखने को मिल ही जाती है ऐसा ही एक मामला राजस्थान के जालौर थाना सायला क्षेत्र स्थित एक निजी स्कूल के प्रधानाध्यापक छैल सिंह ने 20 जुलाई 2022 को स्कूल में रखी हुई मटकी से पानी पीने के कारण कक्षा 3 के 9 वर्षीय नाबालिग छात्र इंद्र कुमार मेघवाल के साथ निर्दयता पूर्ण छुआछूत और जातिगत भेदभाव की भावना के कारण मारपीट की गई थी जिससे उसके नाक कान में सहित शरीर में विभिन्न जगह गंभीर चोटें आए और परिजनों द्वारा देश के अनेक चिकित्सालय में इंद्र कुमार मेघवाल का इलाज भी कराया गया लेकिन उसने 13 अगस्त को अहमदाबाद गुजरात के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। यह एक बहुत ही दुखद और संपूर्ण देश/प्रदेश के लिए देश को विचलित कर देने वाली घटना है घटना के 23 दिन बीत जाने के बाद भी प्रभावशाली गांव के लोगों के दबाव के कारण परिवार मुकदमा भी दर्ज नहीं करा पाया है और तो और इस पीड़ित परिवार की किसी भी प्रकार की सहायता प्रधानाध्यापक छैल सिंह व विद्यालय परिवार द्वारा नहीं की गई। इससे प्रदेश का समूचा अनुसूचित जाति वर्ग अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है।

इसी घटना को लेकर अहिरवार समाज संघ भारत ने विदिशा जिला कलेक्टर उमाशंकर भार्गव को देश के महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन देकर आरोपी प्रधानाध्यापक छैल सिंह को जल्द से जल्द फांसी की सजा और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता व सरकारी नौकरी देने की मांग की है और साथ ही कहा है कि यदि दोषी व्यक्ति पर जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो संपूर्ण देश भर में उग्र आंदोलन किया जाएगा

आरोपी को फांसी और पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता व सरकारी नौकरी दी जाए।

ज्ञापन में कहा गया है कि उपरोक्त आरोपी को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए साथ ही मांग की है कि उस बच्चे के माता-पिता को 1करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता के साथ परिवार में सरकारी नौकरी दी जाए। भविष्य में हमारे देश में इस प्रकार की जातीय मानसिकता वाली इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति ना हो इस घटना को लेकर पूरे अनुसूचित जाति वर्ग में भयानक रोष है। इस अवसर पर ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से अहिरवार समाज संघ जिला अध्यक्ष बबलू अहिरवार, पहलवान सिंह प्रभाकर तहसील अध्यक्ष लटेरी, प्रेम नारायण, भगवान सिंह, गुलाब सिंह, हरि सिंह, शिवमहन ,संजू ,ज्ञान सिंह सहित दर्जनों समाजसेवी व्यक्ति उपस्थित थे

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