इंदौर डेस्क :
इंदौर में लोकसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए खास प्रयोग किया जा रहा है। मतदान के दिन 13 मई को छप्पन समेत तमाम फूड मार्केट्स में खास छूट दी जाएगी। गर्मी को देखते हुए इससे राहत दिलाने वाले आइटम को खास तौर पर मेन्यू में शामिल किया है।
फ्री आइसक्रीम, पोहा-जलेबी, कोल्ड्रिंक के अलावा भी कई आइटम पर ऑफर दिए जाएंगे। इनमें अलग-अलग कैटेगरी, टाइमिंग का दायरा तय किया जा रहा है। वोटर्स को वोटर कार्ड के अलावा उंगली पर स्याही का निशान दिखाना पड़ेगा। छप्पन मार्केट समेत कई प्रतिष्ठानों ने इस छूट पर जिला प्रशासन को सहमति दे दी है।
पहली बार वोट देने वाले युवाओं के अलावा वरिष्ठ नागरिक, जो वोटिंग के दिन सुबह 9 बजे के पहले मत डाल आते हैं, उन्हें पोहा, जलेबी के साथ आइसक्रीम भी खिलाई जाएगी।
वोटिंग डे पर खानपान में कहां फ्री, कहां छूट..
- छप्पन दुकान एसोसिएशन : सुबह 7 बजे से 9 बजे तक वोट देने वालों को फ्री पोहा-जलेबी। पहली बार वोट डालने वाले युवाओं और सुबह जल्दी वोट करने वाले सीनियर सिटीजन्स को आइसक्रीम भी मिलेगी।
- चॉइस चाइनीज सेंटर : कृष्णपुरा छत्री रोड पर बजरंग मंदिर के पास मन्चुरियन और नूडल्स फ्री मिलेंगे।
- अपना स्वीट्स : सभी आउटलेट और ग्रैंड माचल रिसोर्ट में सभी आइटम पर 10% की छूट रहेगी।
- रोहन झाजरिया की ओर से : चुनिंदा 50-60 मतदान केंद्रों पर फ्री नाश्ता और कोल्डड्रिंक दी जाएगी।
- होटल एसोसिएशन : स्पेशल डिस्काउंट मिलेगा, जिसकी घोषणा जल्द कर दी जाएगी।
5 मई को शहर में मैराथन भी होगी
वोटिंग से 7 दिन पहले 5 मई को सुबह 5.30 बजे मैराथन भी कराई जाएगी। 5 किलोमीटर तक दौड़ने वालों को गिफ्ट, मेडल, प्रमाणपत्र, टी शर्ट दिए जाएंगे। 10 किमी तक की दौड़ पूरी करने वालों को ये सभी गिफ्ट मिलेंगे। तीन पुरस्कार भी रखे गए हैं।
कलेक्टर ने ली पदाधिकारियों की बैठक
मंगलवार शाम को कलेक्टर आशीष सिंह ने अलग-अलग एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक ली। इसमें ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने के लिए सुझाव दिए गए। प्रचार-प्रसार करने की बात भी कही गई ताकि लोगों में मतदान को लेकर जागरूकता आए।
पिछली बार 70.02 प्रतिशत वोट पड़े थे
इस बार गर्मी में मतदान होने से वोटिंग पर्सेंटेज कम रहने की आशंका है। पिछली बार भी 70.02 प्रतिशत ही वोट पड़े थे। इस बार इसे 75% के आसपास ले जाने की कोशिश की जाएगी। बता दें कि देश में मतदान के पहले चरण में वोटिंग प्रतिशत में कमी आई है। इससे चुनाव आयोग भी चिंतित है।