विदिशा पहुंची संत रविदास समरसता यात्रा: लोगों ने जगह-जगह फूल बरसाकर किया स्वागत
कल सागर पहुंचेगी
विदिशा डेस्क :
संत रविदास की समरसता यात्रा आज विदिशा जिले में प्रवेश किया। सागर में संत शिरोमणि रविदास जी का भव्य मंदिर का निर्माण होना है। मंदिर की आधारशिला 12 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रखेंगे। रविदास मंदिर निर्माण के लिए मिट्टी, जल संग्रहण और जनजागरण अभियान समरसता यात्रा निकाली जा रही है। मध्य प्रदेश के पांच अलग-अलग स्थानों से समरसता यात्रा शुरू हुई थी, जो 12 अगस्त को सागर पहुंचेगी। धार जिले से शुरू हुई यह यात्रा आज विदिशा पहुंची। विवेकानंद चौराहे पर भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों ने यात्रा का स्वागत किया।
संत रविदास यात्रा के साथ चल रहे रथ में स्थापित संत रविदास के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना की। इस दौरान जिले की मिट्टी और जल रथ यात्रा में संग्रहित किया। इस दौरान समरसता यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। माधवगंज पर यात्रा आम सभा में तब्दील हुई। इस यात्रा के दौरान जिला के संयोजक मुकेश टंडन सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
बताया गया कि यह यात्रा आज रवाना होकर 12 अगस्त को सागर पहुंचेगी, जहां भव्य 100 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले रविदास मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होगी। इस समरसता यात्रा के माध्यम से मध्य प्रदेश के 55000 गांव और 350 से ज्यादा नदियों का जल इकट्ठा किया जा रहा है।
यात्रा के संयोजक मुकेश टंडन ने बताया कि मध्य प्रदेश के सागर में 100 करोड़ रुपए की लागत से संत रविदास जी का भव्य मंदिर बनने जा रहा है। इस मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी रखने वाले हैं। समरसता का जीता जागता उदाहरण मध्य प्रदेश की सरकार है, जिसने सारे धार्मिक स्थान का उन्नयन करने का काम किया है।
चाहे महाकाल का महल लोगो, चाहे ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य का मंदिर बनना हो, सलकनपुर में सलकनपुर लोक हो, ओरछा में राम लोक हो, चित्रकूट में बनवासी लोक हो या फिर मैहर में देवी लोक हो। इन सारे स्थान का निर्माण करके उन्होंने यह संदेश दिया कि हमारी संस्कृति और जो हमारे देश की पहचान है उसके हिसाब से राज चलना चाहिए। राजा का कर्तव्य होता है। कि सभी की भावनाओं का ध्यान रखें।
राजेश जैन ने बताया कि संत शिरोमणि रविदास मंदिर निर्माण रथ यात्रा प्रदेश के अलग-अलग पांच स्थानों से शुरू हुई थी जिसका समापन 12 अगस्त को सागर में होना है।