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वनडे वर्ल्ड कप 5 अक्टूबर से भारत में, पाकिस्तान गारंटी दे कि वर्ल्ड कप खेलेगा या नहीं: PCB से जवाब लेने लाहौर पहुंचे ICC ऑफिसर

खेल डेस्क :

पाकिस्तान को गारंटी देनी होगी कि अक्टूबर में उसकी टीम वनडे वर्ल्ड कप खेलने भारत आ रही है या नहीं। इस पर पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (PCB) से आश्वासन लेने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के अध्यक्ष ग्रेग बार्कले और CEO ज्यॉफ एलार्डिस लाहौर पहुंचे हैं। वनडे वर्ल्ड कप 5 अक्टूबर से भारत में होना है।

हाल ही में PCB अध्यक्ष नजम सेठी ने कहा था कि अगर टीम इंडिया एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा नहीं करती है तो पाकिस्तान भी वर्ल्ड कप का दौरा नहीं करेगा।

वर्ल्ड कप से पहले सितंबर में एशिया कप होना है, जिसकी मेजबानी पाकिस्तान कर रहा है। भारत पहले ही कह चुका है कि वह एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा नहीं कर सकता है। ऐसे में एशिया कप न्यूट्रल वेन्यू या किसी अन्य देश में कराए जाने की बात चल रही है। हालांकि एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) की ओर से अभी कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया गया है।

BCCI हाइब्रिड मॉडल के सपोर्ट में नहीं
ACC से जुड़े श्रीलंका और अफगानिस्तान बोर्ड के अधिकारी IPL फाइनल के दौरान अहमदाबाद में थे। यहां पाकिस्तान के हाइब्रिड मॉडल के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। PCB ने हाइब्रिड मॉडल के तहत एशिया कप के 4 मैच पाकिस्तान में कराने और भारत के सभी मैच न्यूट्रल वेन्यू पर कराने का प्रस्ताव दिया है, जिसे BCCI ने सपोर्ट नहीं किया।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, PCB के इस हाइब्रिड मॉडल को सदस्य देशों (श्रीलंका और बांग्लादेश) ने खारिज कर दिया था। हालांकि ACC ने कोई औपचारिक बयान नहीं दिया था।

वहीं श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (BCCSL) और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने एशिया कप टूर्नामेंट को पाकिस्तान से बाहर (न्यूट्रल वेन्यू) करने के मामले में BCCI का समर्थन किया था।

हाइब्रिड मॉडल से भारत की मुसीबत बढ़ सकती है
BCCI की चिंता है कि हाइब्रिड मॉडल स्वीकार करने पर PCB वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के मैच न्यूट्रल वेन्यू पर कराने की ICC से मांग कर सकता है। नजम सेठी भी पहले यह बात कह चुके हैं।

ICC निभा सकता है मुख्य रोल
ICC भारत और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्डों के बीच एशिया कप को लेकर चल रहे विवाद को खत्म कराने में मुख्य भूमिका निभा सकता है। माना जा रहा है कि ICC अध्यक्ष ग्रेग बार्कले और CEO ज्यॉफ एलार्डिस इसलिए लाहौर गए हैं, ताकि PCB सहित वहां की सरकार से भी बात कर कोई बीच का रास्ता निकाल सकें।

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