विदिशा में 100 करोड़ की धोखाधड़ी: सहारा का एमपी-सीजी जोनल अफसर गिरफ्तार, 19 मई तक रिमांड पर भेजा
विदिशा डेस्क :
सिविल लाइंस पुलिस ने सहारा इंडिया कंपनी के जोनल अधिकारी शिवाजी सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ सिविल लाइंस पुलिस ने 2020 और 2022 में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की थी। यह रिपोर्ट 130 से ज्यादा निवेशकों के आवेदन पर हुई थी।
हालांकि जिले के 10 हजार से ज्यादा लोगों ने अलग-अलग राशि सहारा इंडिया में जमा कराई थी। करीब 100 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी जिले के 10 हजार से ज्यादा निवेशकों के साथ हुई थी। इस मामले में जिले के 130 निवेशकों ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जोनल अधिकारी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने रिमांड मांगा था। जेएमएफसी गौरव चौरसिया के कोर्ट में अधिकारी को पेश किया गया था।
निवेशकों के वकील संतोष शर्मा ने पुलिस रिमांड के पक्ष में तर्क दिए थे। तर्कों से सहमत होते हुए न्यायालय ने आरोपी को 11 मई तक पुलिस रिमांड और 19 मई तक ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा। एडवोकेट संतोष शर्मा ने बताया कि शिकायत में बताया था कि सहारा इंडिया कंपनी की विभिन्न पॉलिसी व एफडी में करीब 100 करोड़ रुपए निवेश किया था। इसके बाद कंपनी ने दफ्तर बंद कर दिया। पैसा भी वापस नहीं किया। आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है।
थाने पहुंचकर निवेशकों ने किया प्रदर्शन:
जोनल अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद कई निवेशक सिविल लाइंस थाना पहुंचे और प्रदर्शन किया। निवेशकों का कहना था कि धोखाधड़ी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। वहीं अन्य आरोपियों पर भी कार्रवाई हो।
निवेशक सालों से परेशान
सहारा इंडिया में निवेश करने के बाद जिले के कई लोग परेशान थे। अपनी जमा पूंजी वापस लेने के लिए ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा का गठन किया गया था। मोर्चा के जिलाध्यक्ष रविकुमार जैन ने बताया कि अलग-अलग समय में जिले के 10 हजार से ज्यादा लोगों ने करीब 100 करोड़ रुपए का निवेश किया था। जिले में करीब 400 निवेशक सहारा इंडिया के लिए काम करते थे। लोगों ने सहारा इंडिया कंपनी की विभिन्न पॉलिसियों और एफडी में पैसा निवेश किया था।