विदिशा

डांग बाली महामाई दरबार में 15 दिवसीय मेले का ध्वजारोहण आज: महायज्ञ दिखेंगे लोक संस्कृति के रंग

सिरोंज डेस्क :

महामाई माता के दरबार में होने वाले नवरात्रि उत्सव का उल्लास शुक्रवार से दिखने लगा, 31 मार्च तक चलने वाले मेले का ध्वजारोहण शुक्रवार को होगा, इसके बाद दोपहर में ध्वजारोहण के बाद रात्रि में चार दिवसीय लोकगीत एवं लोकनृत्य कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा। इसे लोकोत्सव का नाम दिया गया है। वहीं फाग उत्सव समिति द्वारा इसका प्रबंधन किया जाएगा।

इसमें पहले दिन शुक्रवार को बुंदेली लोकगीत एवं लोकनृत्य आयोजित होंगे। इसमें प्रसिद्ध लोकगीत गायक जित्तू खरे द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। इसके उपरांत 18 मार्च को ब्रज के कलाकारों द्वारा लोकगीत एवं लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी।

19 मार्च को राजस्थान के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा लोकगीत एवं लोकनृत्यों का आयोजन होगा। 21 मार्च को सिरोंज और लटेरी क्षेत्र के लोक कलाकारों द्वारा गम्मत की प्रस्तुति दी जाएगी। इस दिन फाग उत्सव समिति द्वारा क्षेत्र के वरिष्ठ लोक कलाकारों का सम्मान भी किया जाएगा। आयोजन समिति के सदस्य भैरो सिंह गुर्जर ने बताया कि आयोजन को लेकर लोक कलाकारों से सम्पर्क हो चुका है। शुक्रवार से कार्यक्रमों की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी।

तेज गति से चल रहा सजावट का सिलसिला, झंडे लगाने के साथ यज्ञशाला की पुताई जारी
15 दिवसीय आयोजन की तैयारियां महामाई सेवा समिति द्वारा तेज गति से की जा रही हैं। मंदिर परिसर में चारों तरफ भगवा झंडे लगाने के साथ ही यज्ञशाला की रंगाई-पुताई का काम हो रहा है। इसके साथ ही रामलीला मंचन के लिए केथन डैम के पास में विशाल डोम भी तैयार किया जा रहा है।

मध्यप्रदेश तीर्थ स्थान एवं मेला प्राधिकरण में पंजीकृत इस मेले में बड़ी संख्या में झूले भी लगेंगे जिनके कसने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके साथ ही मेला स्थल पर गृहस्थी, खान-पान और खिलौनों समेत कई दुकाने भी लगाई जाएंगी।

वर्ष प्रतिपदा पर होगी सूर्य आराधना
मातारानी के दरबार में चैत्र नवरात्र पर महामाई मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित नलिनीकांत शर्मा के सान्निध्य में श्री विद्या शतचंडी दुर्गा महायज्ञहोगा। इसमें 21 मार्च को दुर्गा आव्हान और वरुण पूजन होगा। इसी दिन से मातारानी के दरबार में रामलीला का मंचन भी शुरू हो जाएगा।

22 मार्च को नव वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर सुबह 6 बजे सूर्य पूजन , इसके बाद दोपहर में यज्ञ प्रारंभ होगा। इसी दिन रात्रि में विशाल देवी जागरण होगा। 31 मार्च को महायज्ञ का की पूर्णाहुति होगी। इस अवसर पर बृज की प्रसिद्ध फूलों की होली का मंचन कलाकारों द्वारा किया जाएगा। शाम को महाआरती के उपरांत विशाल कन्याभोज एवं भंडारे का आयोजन महामाई सेवा समिति करेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!