21000 रुपए भी नहीं दिगा सके व्यक्ति की ईमानदारी को

आनंदपुर डेस्क :
पैसे का नाम सुनकर हर कोई व्यक्ति की नियत डोल जाती है लेकिन इस दुनिया में आज भी कई लोग ऐसे हैं इनकी नजर में पैसे का कोई महत्व नहीं है सिर्फ ऐसे लोग इंसानियत को ही महत्व देते हैं जी हां हम बात कर रहे हैं सिरोंज के एक युवक की, हुआ यह की सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के संजीव सेन ने अपने ही सीनियर व्यक्ति को ₹21400 फोनपे से ट्रांसफर कर भेजे थे लेकिन गलती से वह पैसे राजस्थान के युवा जोकि वर्तमान में सिरोंज छतरी नाके पर हरियाणा जलेबी स्पेशल के नाम से दुकान चलाते हैं पर पहुंच गए थे दिनेश जाट के पास मैसेज आया कि ₹21400 उसके खाते में किसी मोबाइल नंबर से आए हैं उसने बहुत प्रयास किए लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। जब शाम के 4:00 बजे संजीव सेन ने देखा कि रुपए किसी और जगह पहुंच गए हैं तो वह घबरा गया और जिस नंबर पर रुपए ट्रांसफर किए थे उसको फोन लगाकर पूछा तो युवक ने तसल्ली देते हुए कहा कि भाई साहब आप घबराएं नहीं आपके पैसे सुरक्षित हैं।

और आप जब चाहे जब आकर ले सकते हैं तब संजीव सेन अपने मित्र भारतेंद्र शर्मा के साथ सिरोंज छतरी नाका पहुंचे तो युवक ने तत्काल ₹21400 उन्हें सौंप दिए और अपनी तरफ से हरियाणा स्पेशल जलेबी भी खिलाई इस पर दिनेश जाट ने कहा कि मेरी नजर में पैसे का कोई महत्व नहीं है ऐसा तो कोई भी किसी भी तरह से कमा सकता है लेकिन इंसानियत हर कोई नहीं कमा सकता। उस व्यक्ति ने कैसे मेहनत से पैसे कमाए होंगे और उन्हें मैं कैसे रख लेता। संजीव सेन ने बताया कि एक बार किसी काम से वह सिरोंज गए हुए थे और इस दुकान का नाम सुना तो वह यहां जलेबी खाने पहुंचे थे और उस समय उन्होंने फोन पे से ही बिल का पेमेंट किया था तो रविवार के दिन भूल बस ₹21400 इसी नंबर पर ट्रांसफर हो गए थे जो कि मुझे वापस मिल गए। दिनेश भाई की ईमानदारी वाकई आज के युवाओं को प्रेरणा का कार्य करेगी।