मुंबई के बाद भारत में Apple का दूसरा स्टोर दिल्ली में खुला:ये स्टोर मुंबई स्टोर की तुलना में छोटा, CEO टिम कुक लोगों से मिले, तस्वीरें भी खिंचवाईं
नई दिल्ली डेस्क :
भारत में एपल का दूसरा ऑफिशियल स्टोर साउथ दिल्ली के साकेत में ओपन हो गया है। CEO टिम कुक ने कंपनी के दूसरे स्टोर को सुबह 10 बजे खोला। इस स्टोर के खुलने के बाद एपल के 25 देशों में कुल स्टोर्स की संख्या बढ़कर 552 हो गई है।
टिम कुक ने स्टोर ओपन करने के बाद लोगों से मिले और तस्वीरें भी खिंचवाई। इससे पहले उन्होंने एपल का पहला फ्लेगशिप रिटेल स्टोर मुंबई में 18 अप्रैल को सुबह 11 बजे ओपन किया था। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के जियो वर्ल्ड ड्राइव मॉल में ये स्टोर बनाया गया है।
मुंबई स्टोर से छोटा है दिल्ली का स्टोर
दिल्ली का फर्स्ट फ्लोर स्टोर मुंबई के फ्लैगशिप स्टोर से बहुत छोटा है, लेकिन इसमें सभी एपल प्रोडक्ट को शोकेस किया जाएगा। सभी एपल फैसिलिटीज की तरह, भारत में एपल साकेत के ऑपरेशन 100% रिन्यूएबल एनर्जी पर होंगे और ये कार्बन न्यूट्रल हैं।
एपल के ऑफिशियल रिटेल स्टोर्स को अपने प्रीमियम कस्टमर एक्सपीरिएंस के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। इसके अलावा भी इन स्टोर्स की कई सारी खूबियां हैं। ऐसे में यहां हम एपल स्टोर की 5 बड़ी बातें और 5 जरूरी सवालों के जवाब दे रहे हैं।
सबसे पहले एपल BKC स्टोर के बारे में जानें…
एपल के दिल्ली आउटलेट को एपल साकेत नाम दिया गया है। ये साउथ दिल्ली के सेलेक्ट सिटी वॉक मॉल में हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी करीब 16 किलोमीटर है। इस स्टोर का डिजाइन दिल्ली के कई गेट्स से इंस्पायर है। हर महीने का किराया 40 लाख रुपए है।
एपल स्टोर की 5 बड़ी बातें
- सुपर लार्ज स्टोर: ऑफिशियल स्टोर काफी बड़े होते हैं। इसमें भीड़ होने पर भी किसी भी प्रोडक्ट को देखने के लिए थोड़ा भी इंतजार नहीं करना पड़ता।
- यूनीक डिजाइन: एपल स्टोर का यूनीक डिजाइन होता है। मुंबई स्टोर का डिजाइन शहर की काली-पीली टैक्सियों से इंस्पायर है। न्यूयॉर्क स्टोर क्यूब शेप का है।
- तुरंत बिलिंग: प्रोडक्ट खरीदने के बाद बिलिंग के लिए लाइन में लगने की जरूरत नहीं। एपल स्टोर के एम्प्लॉइज बिलिंग के लिए मोबाइल पेमेंट टर्मिनल साथ रखते हैं।
- डिवाइस कॉन्फिगर: मैकबुक या आईमैक जैसे प्रोडक्ट को आप अपने हिसाब से कॉन्फिगर करा सकते हैं। रिसेलर्स के पास इस तरह की सर्विस नहीं मिलती थी।
- बेहतर ट्रेड-इन वैल्यू: ये स्टोर बेहतर एक्सचेंज वैल्यू के लिए जाने जाते हैं। आमतौर पर यहां ट्रेड इन वैल्यू अमेजन-फ्लिकार्ट जैसे प्लेटफॉर्म से ज्यादा मिलती है।
अब इन स्टोर से जुड़े कुछ जरूरी सवालों के जवाब…
1. क्या एपल के प्रोडक्ट सस्ते मिलेंगे?
एपल स्टोर पर कीमत आम तौर पर जियोमार्ट, क्रोमा और अमेजन जैसे प्लेटफॉर्म से ज्यादा होती है। हां ये जरूर है कि अगर एपल की तरफ से कोई स्पेशल डिस्काउंट ऑफर किया जा रहा हो तो उसका फायदा मिल सकता है। इसलिए प्रोडक्ट सस्ता मिलने की कोई गारंटी नहीं है।
2. क्या प्रोडक्ट अवेलिबिलिटी की परेशानी दूर होगी?
एपल के स्टोर के पास विशाल इन्वेंट्री रहती है। यानी सभी प्रकार के प्रोडक्ट और कलर स्टॉक में ज्यादातर समय अवेलेबल रहते हैं। यदि कोई ग्राहक iMac जैसे प्रोडक्ट को अपने हिसाब से कॉन्फिगर करके लेना चाहता हो तो वो भी कर सकता है। एपल स्टोर्स में डेमो और खरीद के लिए उपलब्ध डिवाइस रेंज बहुत बड़ी है।
3. क्या प्रोडक्ट सर्विसिंग में कम समय लगेगा?
अभी तक देश में थर्ड पार्टी के जरिए एपल के सर्विस सेंटर्स को उसके स्टोर से अलग ऑपरेट किया जाता था। अब कस्टमर्स को इन-स्टोर सर्विसिंग फैसिलिटीज मिलेगी। इसे ‘जीनियस बे’ कहा जाता है। इससे पार्ट की अवेलेबिलिटी न होने के कारण होने वाली देरी की समस्या खत्म होगी। सर्विस भी ट्रेंड प्रोफेशनल्स करेंगे।
जीनियस बे डिवाइस सेट करने और एपल आईडी रिकवर करने से लेकर सब्सक्रिप्शन और बिलिंग हर चीज में मदद करेगा। फिजिकल डैमेज के मामले में एक्सपर्ट देखेगा कि डिवाइस में किस चीज की जरूरत है और क्या यह वारंटी के तहत आता है या एपल केयर में ये कवर है।
4. क्या ऑनलाइन ऑर्डर कर सकेंगे?
ऑनलाइन ऑर्डर करने के लिए एपल ने साल 2020 में ही अपनी सर्विसेस इंडिया में लॉन्च कर दी थीं। यानी किसी भी डिवाइस को ऑनलाइन खरीदा जा सकता था। हालांकि अब ऑनलाइन खरीदारी करने के बाद प्रोडक्ट को स्टोर से पिक करने का ऑप्शन भी मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले टिक कुक
एपल के CEO टिम कुक ने स्टोर लॉन्चिंग से पहले बुधवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान कुक ने कहा कि वे भारत में निवेश करने के लिए कमिटेड हैं।
टिम ने पीएम मोदी से मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद। हम भारत के भविष्य पर टेक्नोलॉजी के पॉजिटिव इम्पैक्ट के आपके विजन को शेयर करते हैं।’
टिम कुक ने आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव से भी मुलाकात की। इस मीटिंग के दौरान मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट, ऐप इकोनॉमी, स्किलिंग, सस्टेनेबिलिटी और जॉब क्रिएशन पर चर्चा की।
एपल के CEO ने बुधवार को दिल्ली के नेशनल क्राफ्ट म्यूजियम और हस्तकला ऐकेडमी भी विजिट किया। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली लोधी आर्ट डिस्ट्रिक्ट की तस्वीरे ट्विटर पर शेयर की है। वो इंडियन स्कूल ऑफ डिजाइन एंड इनोवेशन भी गए थे।
ओपनिंग से पहले एपल ने बुधवार को मीडिया को इनवाइट करके स्टोर की पहली झलक दिखाई। साथ ही कंपनी ने स्टोर की कई फोटोज भी जारी की हैं।