संत कबीर साहेब जी की जयंती पर लटेरी में निकली शोभायात्रा, समाजिक समरसता और भक्ति भाव का अनूठा दृश्य

लटेरी डेस्क :
संत कबीर साहेब जी की जयंती के पावन अवसर पर मध्यप्रदेश के विदिशा जिले की लटेरी तहसील में एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जिसने पूरे नगर को भक्ति, संस्कृति और सामाजिक समरसता के रंगों में रंग दिया।
शोभायात्रा में समाज के वरिष्ठ जनों के साथ-साथ छोटी-छोटी बालिकाएं पारंपरिक पगड़ियाँ बांधकर नाचती हुई शामिल हुईं। यह दृश्य देखने लायक था — परंपरा और उत्सव का अद्भुत संगम। शोभायात्रा के अंत में समाज के वरिष्ठजनों द्वारा कबीर माला का सुमधुर गायन किया गया, जिसने श्रोताओं को आध्यात्मिक अनुभूति से भर दिया।
इस अवसर पर लटेरी नगर के विभिन्न स्थानों पर सामाजिक संगठनों द्वारा शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया गया। विशेष रूप से सिरोंज चौराहे पर अहिरवार समाज संघ भारत – ब्लॉक लटेरी के कार्यकर्ताओं ने श्रद्धालुजनों का उत्साहपूर्वक स्वागत-सत्कार किया और सभी को जलपान भी कराया। उनकी यह सेवाभावना समाज में समर्पण और एकता का प्रतीक बनी।
पूरा लटेरी नगर आज कबीर साहेब की वाणी से गूंज उठा — “बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय…”। यह आयोजन केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और समरसता का जीवंत उदाहरण बन गया।