भोपाल

भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सहित कुल 20 बैंक शाखाओं का किया शुभारंभ: मुख्यमंत्री बोले – बैंक अर्थ-व्यवस्था की जीवन रेखा

भोपाल डेस्क :

बैंक अर्थ-व्यवस्था की जीवन रेखा हैं। बैंक के बिना वर्तमान में जीवन की कल्पना संभव नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रत्येक व्यक्ति का खाता खुलवाने के लिए अभियान आरंभ किया, जिसके परिणामस्वरूप सभी गरीब व्यक्तियों के बैंक में खाते खोले गए। केन्द्र और राज्य सरकारों की जन-कल्याणकारी योजनाओं की राशि पात्र व्यक्तियों के खाते में सीधे डाली जाती है। बैंकों के विस्तार और उनके द्वारा जन-सामान्य को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं से व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ी है और लोगों का जीवन आसान हुआ है। एचडीएफसी बैंक द्वारा प्रदेश में स्व-रोजगार की गतिविधियों को प्रोत्साहित करने और महिला स्व-सहायता समूहों को सशक्त करने में दिया जा रहा सहयोग सराहनीय है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश में एचडीएफसी बैंक की 20 शाखाओं के वर्चुअल शुभारंभ के लिए श्यामला हिल्स स्थित मानस भवन में लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने मानस भवन में एचडीएफसी के एटीएम का फीता काट कर और प्रदेश की 20 शाखाओं का वर्चुअली शुभारंभ किया। कार्यक्रम से एचडीएफसी का मुम्बई स्थित हेड ऑफिस तथा प्रदेश की 20 शाखाएँ वर्चुअली जुड़ी। पूर्व राज्यसभा सदस्य रघुनंदन शर्मा, एचडीएफसी बैंक के सर्किल हेड आशु गर्ग, एम.पी. स्टेट हेड नीरज नेमा तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने मानस भवन में स्थित महाकवि तुलसीदास की प्रतिमा पर मार्ल्यापण किया।

जनजातीय बहुल और दूरदराज के जिलों में साख जमा अनुपात में सुधार आवश्यक

मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 लाख 33 हजार करोड़ की जमा राशि, 15 लाख 6 हजार करोड़ के अग्रिम ऋण और 22 लाख 95 हजार करोड़ की बैलेंस शीट के साथ एचडीएफसी भारत का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है। बैंक का साख जमा अनुपात (सी.डी. रेशियो) 118 प्रतिशत है, जो दर्शाता है कि बैंक द्वारा राज्य के विभिन्न सेक्टर्स को दिया जा रहा ऋण प्रशंसनीय है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बैंक जनजातीय बहुल और दूरदराज के जिलों में साख जमा अनुपात को बेहतर करने के लिए विशेष रूप से प्रयास करें। महिला स्व-सहायता समूह प्रदेश में बड़ी आर्थिक ताकत के रूप में उभरे हैं। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक महिला की आय प्रतिमाह 10 हजार रूपए हो, यह सुनिश्चित करने के लिए बैंकों से स्व-सहायता समूहों को निरंतर प्रोत्साहन देने में सहयोग अपेक्षित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आरंभ की जा रही लाड़ली बहना योजना में प्रत्येक पात्र महिला को एक हजार रूपए प्रतिमाह अर्थात 12 हजार रूपए प्रतिवर्ष उपलब्ध कराये जाएंगे। इस राशि से गाँव और कस्बे स्तर पर छोटी व्यापारिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा। प्रदेश के आर्थिक सूचकांक निरंतर बेहतर हो रहे हैं।

भोपाल में एक, जबलपुर में दो, इंदौर में चार शाखाओं सहित कुल 20 शाखाएँ आरंभ

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में एचडीएफसी बैंक की शाखाओं का वर्चुअल शुभारंभ किया। इनमें भोपाल की श्यामला हिल्स शाखा, जबलपुर की स्नेह नगर तथा सदर शाखा, इंदौर की मनोरमा गंज, भानपुरा, भौरासला और बसंत विहार शाखा, उज्जैन की तराना शाखा सम्मिलित हैं। साथ ही सीहोर की बुधनी, राजगढ़ की खिलचीपुर और कुरावर, निवाड़ी की ओरछा, खण्डवा की मूंदी, खरगोन की महेश्वर, दमोह की पलांदी चौराहा, अनूपपुर की बिजौरी, मण्डला की नैनपुर, रीवा की गोलपार्क, सतना की पन्ना रोड तथा आगर-मालवा की नरखेड़ा शाखा का भी शुभारंभ किया गया।

मुम्बई से एचडीएफसी बैंक के कंट्री हेड अरविंद बोरा ने वर्चुअली संबोधित किया। सर्किल हेड आशु गर्ग तथा एम.पी. स्टेट हेड नीरज नेमा ने प्रदेश में बैंक की गतिविधियों, बैंक शाखाओं और एटीएम सुविधा संबंधी जानकारी दी। मुख्यमंत्री चौहान का शाल-श्रीफल से स्वागत किया गया। उद्घाटित शाखाओं के अधिकारी-कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से वर्चुअली संवाद भी किया।

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