विदिशा

एम्स भोपाल के 40 डॉक्टर्स ऑनलाइन आनंदपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हैं उपलब्ध , कोई भी गंभीर बीमारी का उपचार करा सकते हैं मरीज

40 प्रकार की दवाई और 40 इसी प्रकार की जांच अभी उपलब्ध।

लेकिन वर्तमान में कोई भी डॉक्टर्स नहीं, स्टाफ की कमी से जूझ रहा है सीएससी केंद्र

आनंदपुर डेस्क :

आनंदपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 40 प्रकार के रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एम्स भोपाल से ऑनलाइन उपलब्ध होते हैं ऑनलाइन ही वीडियो कॉलिंग के द्वारा मरीज से सीधे बात कर रोग के बारे में जानकारी लेकर उसी का इलाज ऑनलाइन ही कर देते हैं जिससे मरीज को बड़े-बड़े अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ते और नंबर भी जल्दी ही आ जाता है संविदा कर्मी पैथोलॉजिस्ट सीताराम किरार ने बताया कि अभी फिलहाल में यह सुविधा सिर्फ आनंदपुर सीएससी केंद्र पर ही है यहां पर जैसे ही कोई गंभीर रोग का मरीज आता है तो उसका ऑनलाइन स्टेशन करा कर एम्स भोपाल के डॉक्टर से अपॉइंटमेंट ले लेते हैं और एक से डेढ़ घंटे में मरीज का नंबर आ जाता है डॉक्टर ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग के द्वारा मरीज की सारी समस्या बीमारी के बारे में जानकारी लेते हैं और ऑनलाइन ही इलाज लिख देते हैं हमारे सीएससी केंद्र पर 40 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध है जो हमारे पास होती हैं हम मरीज को दे देते हैं और जो नहीं है वह मरीज बाजार से खरीद लेता है साथ ही हमारे यहां 40 प्रकार की जांच भी उपलब्ध है और जो डॉक्टर के निर्देश होते हैं वह जांचे की जाती है इससे इनको बाजार में प्राइवेट डॉक्टरों से डॉक्टरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते एम्स के बड़े-बड़े डॉक्टर से यहां उपलब्ध हो जाते हैं तो फिर क्यों।

स्टाफ की कमी से जूझ रहा है सीएससी केंद्र

वैसे तो एक सीएससी केंद्र पर दो एएनएम एक कंपाउंडर एक पैथोलॉजिस्ट एक स्टोर कीपर एक बोर्ड बॉय और दो डॉक्टर्स सहित कुल 7 से 8 का स्टॉप होना चाहिए लेकिन वर्तमान में देखा जाए तो आनंदपुर सीएससी केंद्र पर दो एएनएम और एक संविदा पर पैथोलॉजिस्ट ही उपलब्ध है जिनमें से एक ए एन एम सुनीता वर्मा फील्ड का काम देखती हैं सिर्फ एक ही एएनएम राधा मालवीय और पैथोलॉजिस्ट सीताराम किरार ही बचते हैं और जो भी मरीज अस्पताल आते हैं वही मरीजों को देखते हैं और दवाइयां देते हैं यदि कोई डिलीवरी आ जाए तो उसे लटेरी रेफर करना पड़ता है आनंदपुर सी एस सी केंद्र पर एक डॉक्टर पदस्थ थी पिंकी पाटीदार जो कि पिछले 2 माह से हॉस्पिटल नहीं आ सकी कारण बताया गया है कि डॉक्टर का एक्सीडेंट हो गया था जिसके कारण वह हॉस्पिटल में नहीं आ सकी। लेकिन सूत्रों ने जानकारी दी है कि उनका सिलेक्शन पीजी में हो गया है और उनका आना नामुमकिन सा लग रहा है अस्पताल का समय सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक का है और प्रतिदिन यहां पर 30 से 40 मरीज आते हैं यह सबसे अधिक संख्या महिला मरीजों की रहती है यदि वर्तमान में मरीजों की संख्या और बढ़ने की संभावना है वर्तमान में एक भी डॉक्टर उपलब्ध नहीं है और ना ही पूरा स्टाफ। कहने को तो आनंदपुर विदिशा जिले का सबसे बड़ा गांव है और आसपास 22 ग्राम पंचायत लगी है 1 यहां पर यदि एक भी डॉक्टर प्रतिदिन बैठने लगे तो और भी अधिक संख्या में मरीजों का आना तय है लेकिन कोई भी डॉक्टर्स उपलब्ध नहीं। जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

एम्स के डॉक्टर का इलाज आनंदपुर में मरीज की जुबानी

आनंदपुर के कमला प्रसाद (बट्टू) शर्मा ने बताया कि मेरे पैर का इलाज मैंने एक प्राइवेट डॉक्टर से कराया था जिसके इंजेक्शन के कारण मेरे पैर में इंफेक्शन बढ़ने लगा और मैं चार-पांच वर्ष मै बहुत ही परेशान रहा मैंने गुना भोपाल विदिशा सहित अनेकों जगह इलाज कराया लेकिन कोई भी फायदा नहीं लगा तो अभी कुछ समय पहले ही में आनंदपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दिखाने गया था वहां पर पैथोलॉजिस्ट सीताराम करार से मेरी बात हुई तो उन्होंने बताया कि एम्स के डॉक्टर से अपॉइंटमेंट ले लेते हैं मैंने अपॉइंटमेंट लेकर ली और 1 घंटे में मेरा नंबर आ गया उन्होंने मेरे पैर को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से देखा और दवाइयां लिख दी मैंने दवाइयां हॉस्पिटल से ही ली मुझे 90% तक फायदा हुआ है यह सुविधा बहुत ही अच्छी है और मरीजों को ऐसी सुविधाओं का लाभ उठाना चाहिए। साथ ही बताया कि जब सीएससी केंद्र पर ही एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध है तो बाहर क्यों परेशान होने के लिए जाएं ऑनलाइन ही डॉक्टर्स से परामर्श कर दवाइयां मिल जाती हैं सारा काम ऑनलाइन हो जाता है और बच्चों के लिए तो डॉक्टर तुरंत ही अपॉइंटमेंट दे देते हैं

इनका कहना है

लटेरी बीएमओ धानेश मिश्रा ने बताया कि हां अभी स्टाफ की कमी है जैसे ही स्टाफ उपलब्ध होगा आनंदपुर में भेज दिया जाएगा। डॉक्टर् पिकी पाटीदार का एक्सीडेंट हो गया है इसलिए मैं अभी सीएससी केंद्र पर नहीं आ पा रही हैं लेकिन संभावना है कि वह जल्द से जल्द सीएससी केंद्र पर बैठने लगे एम्स के डॉक्टर्स ऑनलाइन इलाज वही करते हैं जहां कोई वर्तमान में एमबीबीएस डॉक्टर वही मरीज को एम्स के डॉक्टर से कंसल्ट कराते हैं आनंदपुर कोई एमबीबीएस डॉक्टर नहीं है वहां पर पैथोलॉजिस्ट के माध्यम से एम्स के डॉक्टर से कंसल्ट कराया जा रहा है इसका मकसद यही है कि कोई भी गंभीर रोग का मरीज एम्स में भीड़ ना लगाएं और उसे यही सारा इलाज उपलब्ध हो जाए।

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