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जरूरत की खबर: चाय जिन्हें लगती हैं लाजवाब, वो भी संभलकर लें चुस्की: आंतें हो सकती खराब; ठंडी चाय को फिर से गर्म कर पीना क्या सही है

न्यूज़ डेस्क :

चाय। हां वही चाय जो कुछ लोगों के लिए एनर्जी ड्रिंक से कम नहीं होती। बिस्तर पर पड़े-पड़े ही चाय मिल जाए, तो दिन की शुरुआत अच्छी हो जाती है।

घर पर मेहमान के आते ही मां दौड़कर किचन में चाय का पतीला चढ़ा देती है। सफर पर निकलते ही एक अच्छी चाय की तलाश शुरू हो जाती है। ऑफिस में काम से ब्रेक लेने का यही एक बहाना होता है।

यही नहीं कुछ लोग उपवास में भूख मिटाने और एनर्जी के लिए भी चाय पर ही डिपेंड रहते हैं।

जिस चाय की चुस्की को आप अलग-अलग बहाने के साथ लेते है। जिसे आप ऊर्जा का स्रोत मान रहे हैं, क्या वो वाकई में एनर्जी देती है?

जी नहीं जनाब! आप बिल्कुल गलत है।

अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने इस पर स्टडी की। जिसमें बताया गया कि दूध वाली चाय के हर कप में 40 मिलीग्राम कैफीन होता है।

बहुत ज्यादा चाय पीने से आप कैफीन के आदी हो सकते हैं। इसकी वजह से किसी काम में फोकस कर पाना मुश्किल हो जाता है।

अमेरिका में यह कोई अनोखी रिसर्च नहीं हुई है। हमारे पूर्वज और आपके-हमारे डॉक्टर्स हमेशा से यह बात बताते रहे हैं।

इसे एक तरह का नशा भी मानते हैं। इसके बावजूद लोग पी रहे हैं और धीरे-धीरे अपनी सेहत का नुकसान कर रहे हैं।

आज जरूरत की खबर में हम चाय पीने से होने वाली बीमारियों की बात करेंगे।

साथ ही यह जानेंगे जो लोग उपवास में चाय पीते हैं उनके लिए किस तरह यह जहर का काम करता है।

सवाल: सुबह बासी मुंह या उपवास में खाली पेट दूध वाली चाय पीने से वाकई शरीर को कोई नुकसान पहुंचता है?
जवाब: 
खाली पेट चाय पीने से मेटाबॉलिक सिस्टम बिगड़ जाता है। इसी सिस्टम की वजह से हमलोग जो खाते-पीते हैं, उसको पचाकर ऊर्जा में बदलने का प्रोसेस होता है, जिसे मेटाबॉलिज्म कहते है।

और भी सरल भाषा में समझे तो यह वह प्रोसेस है, जो कैलोरी को ऊर्जा में बदल देती है। शरीर में मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया 24 घंटे चलती रहती है।

चाय पीने की वजह से नॉर्मल मेटाबॉलिक एक्टिविटी में रुकावट आती है। जिससे कब्ज, पेट में ऐंठन की परेशानी हो सकती है।

ऐसे में अगर आपको सुबह चाय पीने की आदत है तो इसके साथ कुछ हल्का-फुल्का जरूर खाएं।

सवाल: एक दिन में कितनी चाय पीनी चाहिए?
जवाब: हेल्थलाइन की रिपोर्ट के हिसाब से एक स्वस्थ व्यक्ति को 1 दिन में 1 से 2 कप चाय पीनी चाहिए।

अगर गले में खराश, सर्दी-जुकाम जैसी दिक्कत है तो 2 से 3 कप हर्बल टी पी सकते हैं।

सवाल: अच्छा फिर 3 कप या उससे ज्यादा चाय पीने पर शरीर को क्या नुकसान होगा?
जवाब: अगर दिन में 4 कप से ज्यादा चाय पीते हैं तो कई तरह की फिजिकल हेल्थ प्रॉब्लम होगी। मेंटल हेल्थ भी गड़बड़ होगा, स्ट्रेस और एंजाइटी बढ़ने लगेगी।

ऊपर लगे क्रिएटिव में लिखी बीमारियों को अब डिटेल में समझते हैं कि आखिर चाय इसके लिए जिम्मेदार क्यों है…

ब्लड प्रेशर: खूब दूध वाली चाय ज्यादा पीने से कोलेस्ट्रॉल और सैचुरेटेड फैट बढ़ता है, जिससे आर्टरी सिकुड़ जाती है और ब्लड प्रेशर का लेवल बढ़ सकता है।

एसिडिटी: चाय में कैफीन होता है, जिसकी वजह से पेट में गैस बनती है। पेट फूलने की प्रॉब्लम होती है। इससे आंतें भी खराब हो सकती हैं। कुछ भी पचाना मुश्किल हो जाता है।

मुंहासे: चाय की आदत हार्माेन का बैलेंस गड़बड़ कर देती है। इससे एक्ने यानी मुंहासे और पिंपल जैसी समस्या होने लगती हैं।

नींद कम आना: कैफीन की वजह से नींद पूरी नहीं होती। इससे स्ट्रेस, बेचैनी और चिड़चिड़ापन जैसी कई दिक्कतें हो सकती हैं।

अल्सर:अल्सर होने का रिस्क रहता है। पेट की अंदरुनी सतह में जख्म होने की पॉसिबिलिटी बढ़ जाती है।

हड्डियों को नुकसान: चाय में कैफीन और निकोटीन दोनों होते हैं, यह हमारे शरीर से कैल्शियम को बाहर निकाल देते हैं। इससे हड्डियां कमजोर होने लगती है और कम उम्र में ही जोड़ों का दर्द हो सकता है।

डिहाइड्रेशन: दूध वाली चाय में मौजूद कैफीन शरीर के पानी को सोख लेती है। इस वजह से पानी की कमी शरीर में होने लगती है।

घबराहट: चाय में टैनिन पाया जाता है, इसकी वजह से कई बार बहुत चाय घबराहट की वजह भी बन जाती है।

सवाल: चाय में क्या सच में निकोटिन पाया जाता है?
जवाब: 
चाय में निकोटिन होता है लेकिन बहुत ही कम मात्रा में। चूंकि चायपत्ती को उबालकर छानकर हम पीते हैं इसलिए इसका असर ज्यादा नहीं होता है।

सवाल: लोग कई बार ठंडी चाय या बहुत देर तक रखी चाय को दोबारा-तिबारा गर्म करके पी लेते हैं इससे क्या होता है?
जवाब:
 कई बार उबालने से चाय में कैंसर्स बैक्टीरिया बनने लगते हैं। ऐसे में इस तरह की चाय पीने से कैंसर होने का रिस्क बढ़ जाता है।

साथ ही दोबारा गर्म करके पीने से चाय से टैनिन बाहर निकल जाता है जिससे इसका स्वाद भी कड़वा हो जाता है।

इसलिए ध्यान रखें कि चाय बनाने के सिर्फ 15 मिनट के अंदर ही गर्म करके पी लें। लेकिन ये भी तभी करें, जब आपके पास ताजा चाय बनाने का कोई ऑप्शन न हो।

सवाल: चाय के तुरंत बाद पानी पीने के लिए मना किया जाता है इससे भी कोई हेल्थ इश्यू होता है क्या?
जवाब: 
गर्म चाय के साथ पानी पीने या किसी भी तरह के ठंडे लिक्विड को पीने से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। जैसे-

  • इनडाइजेशन
  • लूज मोशन
  • सर्दी-जुकाम
  • गले में खराश
  • नाक से ब्लीडिंग
  • दांतों में सड़न, पीलापन, सेंसिटिविटी

सवाल: कुछ लोग एक ही चायपत्ती को बार-बार उबालकर चाय बनाते रहते हैं ये कितना सही है?
जवाब: एक ही पत्ती को बार-बार उबालकर पीना और भी नुकसान पहुंचा सकता है। एक ही चायपत्ती को बार-बार पकाकर बनी चाय पीने से शरीर पर धीमे जहर जैसा असर होता है। इसका मतलब आपको अलग-अलग तरह के हेल्थ इश्यूज होंगे।

सवाल: चाय में दूध-चीनी ऊपर से डालकर पीना ज्यादा सही होता है या फिर एकसाथ पकाकर?
जवाब: 
दूध और चीनी मिलाने से चाय के गुण कम हो जाते हैं।

दूध मिलाने से: एंटी-ऑक्सिडेंट तत्वों की एक्टिविटी कम हो जाती है।

चीनी मिलाने से: कैल्शियम कम हो जाता है और वजन बढ़ता है।

सवाल: ट्रेन में या सफर के दौरान पाउडर मिल्क वाली चाय पीना कितना सही है?
जवाब: 
कभी-कभार की बात अलग है, लेकिन हर रोज इसे नहीं पीना चाहिए। पाउडर वाले दूध में कोलेस्ट्रॉल और चीनी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है।

सवाल: कुछ लोग चाय टेबल पर आते ही पीने लगते हैं तो कितनी देर बाद चाय पीना सही होता है?
जवाब: 
चाय को कप में डालने के 2-3 मिनट बाद ही पीना चाहिए। वैसे तो जीभ खुद एक सेंस ऑर्गन है। ज्यादा गर्म होने पर जलन होने लगती है और पता चल जाता है कि ज्यादा गर्म है या ठंडी।

सवाल: खाना खाने के बाद चाय जो लोग पीते है उन्हें कोई नुकसान होता है क्या? जवाब: ऐसा करने से डाइजेस्टिव सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे खाना अच्छे से पच नहीं पाता है। शरीर के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी नहीं मिल पाते हैं।

सवाल: सोने से पहले क्या चाय पीनी चाहिए?
जवाब:
 नहीं, इससे स्लीप डिस्टर्बेंस, एंजाइटी और एसिड रेफलेक्स बढ़ जाता है।

सवाल: चाय पीने का सबसे अच्छा समय कब होता है?
जवाब:
 सुबह-शाम के नाश्ते के साथ।

सवाल: चाय के साथ क्या नहीं खाना चाहिए ?
जवाब:
 ड्राई फ्रूट्स जैसे काजू, बादाम, मूंगफली और किशमिश जैसी चीजें चाय के साथ नहीं खानी चाहिए। इसके अलावा-

हल्दी

हल्दी और चाय की पत्ती बिल्कुल अपोजिट होते हैं। हल्दी की चीजों के साथ चाय पीने से एसिडिटी समेत पेट की कई प्रॉब्लम हो सकती हैं।

नींबू

नींबू का रस चाय की पत्ती में मिलाने से बॉडी में सूजन आ सकती है। अगर सुबह खाली पेट नींबू की चाय पी जाए तो इससे रिफ्लक्स और हार्टबर्न की प्रॉब्लम हो सकती है।

आयरन वाली सब्जियां

आयरन से भरपूर सब्जियों के साथ चाय न पिएं। चाय में टैनिन और ऑक्सालेट होते हैं जो आयरन को अब्जॉर्ब होने से रोकते हैं।

सवाल: चाय की पत्ती को किस डिब्बे में रखना चाहिए?
जवाब: 
चाय को लकड़ी और कांच के डिब्बे स्टोर करना चाहिए। इससे उसकी महक बनी रहती है।

चलते-चलते

गुड़ वाली चाय सेहत के लिए क्यों अच्छी है जानते हैं…

चीनी की जगह गुड़ की चाय पीने में टेस्टी तो लगती ही है साथ ही इसमें विटामिन-ए और बी, फास्फोरस, आयरन, कैल्शियम पाए जाते है। लेकिन ये सोचना की गुड़ वाली चाय डायबिटीज पेशेंट के लिए सेफ है, तो ये गलत है।

हेल्दी पर्सन के लिए इसके कई फायदे हैं-

  • थकावट दूर होगी
  • इम्यूनिटी बूस्ट होती है
  • मोटापा कम करने में मददगार
  • माइग्रेन की परेशानी दूर होगी
  • आयरन की कमी नहीं होगी
  • डाइजेस्टिव सिस्टम दुरुस्त रहेगा
  • मौसमी बीमारियां होने का खतरा कम होगा

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