शासकीय पीएम श्री विद्यालय आनंदपुर का एसडीएम ने किया निरीक्षण: विद्यार्थियों की समस्याओं पर दिया विशेष ध्यान

आनंदपुर डेस्क :
शासकीय पीएम श्री विद्यालय आनंदपुर का सोमवार को लटेरी एसडीएम विनीत तिवारी ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय के प्रत्येक कक्षा-कक्ष, कार्यालय एवं परिसर का बारीकी से अवलोकन किया। निरीक्षण के समय विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य नरेंद्र श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे।
एसडीएम तिवारी ने निरीक्षण के दौरान प्राचार्य से विद्यालय की व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा की। बातचीत में यह सामने आया कि विद्यालय में विद्यार्थियों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण शिक्षण कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है। इस समस्या के समाधान के लिए एसडीएम ने सुझाव दिया कि अस्थायी रूप से जन शिक्षा केंद्र भवन, प्रयोगशाला एवं स्टाफ रूम का उपयोग अतिरिक्त कक्षाओं के रूप में किया जा सकता है, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
उन्होंने प्राचार्य को निर्देशित किया कि विद्यालय की आवश्यकताओं और समस्याओं का विस्तृत प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाए ताकि समय पर नई व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे, बशर्ते समस्याओं को समय रहते उचित माध्यम से प्रेषित किया जाए।
इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य नरेंद्र श्रीवास्तव ने आश्वासन दिया कि विद्यालय की वर्तमान व्यवस्थाओं में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षण कार्य किसी भी स्तर पर प्रभावित न हो, यह उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी और विद्यार्थियों को बेहतर वातावरण उपलब्ध कराने के लिए पूरा प्रयास किया जाएगा।
नायब तहसीलदार ने छात्र से किया सीधा संवाद
निरीक्षण के दौरान लटेरी नायब तहसीलदार हेमंत अग्रवाल भी विद्यालय पहुंचे। उन्होंने कक्षा 9वीं का आकस्मिक निरीक्षण किया और अध्यनरत विद्यार्थियों से सीधे संवाद किया। उस समय शिक्षक द्वारा कम्युनिकेशन से संबंधित पाठ पढ़ाया जा रहा था। नायब तहसीलदार अग्रवाल ने विद्यार्थियों से प्रश्न किया कि “कम्युनिकेशन कितने प्रकार के होते हैं?”
इस पर कक्षा 9 की छात्रा समर्थ शर्मा ने आत्मविश्वास से खड़े होकर सटीक उत्तर दिया। छात्रा के उत्तर से प्रभावित होकर तहसीलदार ने उसकी भूरि-भूरि प्रशंसा की और शिक्षक की मेहनत की तारीफ करते हुए कहा कि इस तरह की सक्रिय भागीदारी ही विद्यार्थियों को आगे बढ़ाती है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि वे पूरी लगन और एकाग्रता से पढ़ाई करेंगे तो अपनी मंजिल को पाना उनके लिए बिल्कुल कठिन नहीं होगा।
एसडीएम और नायब तहसीलदार द्वारा किए गए इस निरीक्षण से विद्यार्थियों और शिक्षकों में उत्साह का माहौल देखने को मिला। विद्यालय प्रशासन का कहना है कि अधिकारियों की प्रेरणा और मार्गदर्शन से न केवल शिक्षण स्तर में सुधार होगा बल्कि विद्यार्थियों का आत्मविश्वास भी और अधिक बढ़ेगा।