न्यूज़ डेस्क

एक दिन का कलेक्टर बना रुद्र प्रताप झारिया, कलेक्टर के कामकाज से हुए रूबरू

न्यूज़ डेस्क :

फिल्म ‘नायक’ में अभिनेता अनिल कपूर एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे। उसी तर्ज पर एमपी में 9वीं का एक छात्र एक दिन का कलेक्टर बना है। खुद कलेक्टर ने उसे अपनी कुर्सी पर बैठाया और इस अहम जिम्मेदारी के बारे में बताया।

नाम- रुद्र प्रताप झारिया, उम्र- करीब 14 साल, कक्षा – 9वीं। एक दिन के लिए ही सही, डिंडौरी के रुद्र का कलेक्टर बनने का सपना पूरा हो गया। जिले के प्रशासनिक मुखिया की कमान संभालने रुद्र प्रताप सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचा। इस मौके पर कलेक्टर विकास मिश्रा ने खुद छात्र का वेलकम किया। वे पहले छात्र को अपने चैंबर में ले गए, वहां कुर्सी पर बिठाया और कलेक्टर के कामकाज से रूबरू कराया।

यही नहीं जब छात्र लौटने लगा तो कलेक्टर ने खुद कार का दरवाजा खोलकर गाड़ी में बैठाया। कुछ देर रुद्र प्रताप गाड़ी में बैठकर घूमा भी। इस दौरान कलेक्टर विकास मिश्रा रुद्र प्रताप को पेसा एक्ट के बारे में जानकारी देते रहे, साथ ही उन्होंने लोगों को पेसा एक्ट के बारे प्रेरित करने का कहा है। इस दौरान कलेक्टर ने कार्यालय के बाहर खड़ी मां के पैर लगवाए।

स्कूल में रुद्र ने जताई थी कलेक्टर बनने की इच्छा

दरअसल, शनिवार सुबह धनुआ सागर मॉडल स्कूल पहुंचे डिंडौरी कलेक्टर विकास मिश्रा की मुलाकात 9वीं क्लास में पढ़ने वाले छात्र रुद्रप्रताप झारिया से हुई थी। बातों-बातों में कलेक्टर ने रुद्रप्रताप से उसकी जिज्ञासा पूछी। रुद्रप्रताप ने कहा ‘मेरा सपना कलेक्टर से मिलने का है। मम्मी-पापा चाहते हैं कि मैं कलेक्टर बनूं। हमारे समाज में पिछड़ापन है। लोग मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं। मुझे अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करना है। कलेक्टर ने रुद्रप्रताप को सोमवार को कलेक्ट्रेट आने का न्योता दिया। उन्होंने कहा, मैं कलेक्टर की कुर्सी पर बैठाऊंगा और कलेक्ट्रेट घुमाऊंगा।

अब जान लीजिए कौन है रुद्रप्रताप

छात्र रुद्रप्रताप झारिया के पिता सीएम राइज कन्या शाला के प्राचार्य हैं। मां राम कुमारी झारिया गृहिणी है। एक भाई लीलेश झारिया (7 वर्ष) ज्ञानोदय स्कूल जबलपुर में पढ़ता है, और एक भाई चंद्रकांत झारिया (5 वर्ष) शहपुरा में स्थानीय स्कूल का छात्र है। रुद्र की एक पांच माह की बहन अनन्या भी है। पूरा परिवार अनुसूचित जाति छात्रवास क्रमांक 3 में रहता है।

माता-पिता बोले- ऐसा बेटा पाकर धन्य हुए

रुद्रप्रताप की वजह से कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे पिता अखिलेश झारिया का कहना है कि भगवान ने हमें आशीर्वाद स्वरूप ऐसा ज्ञानवान, गुणवान बेटा दिया है जिसकी वजह से हम कलेक्टर से मुलाकात कर पाए। हम धन्य हो गए हैं। वहीं मां बोली मेरे बेटे जैसे सब बच्चों को पढ़ाई का अवसर मिले। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी राघवेंद्र मिश्रा, उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य एसके द्विवेदी और रुद्र प्रताप के माता-पिता और अन्य मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!