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MP के मुरैना में क्रिस्चन स्कूल सील, फादर गिरफ्तार: लाइब्रेरी के अंदर मिले सीक्रेट कमरे, शराब की बोतलें, आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद

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मुरैना के सेंट मैरी स्कूल के फादर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने स्कूल को भी सील करने की कार्रवाई की है। मध्यप्रदेश बाल संरक्षण आयोग की सदस्य के पत्र के बाद पुलिस ने एक्शन लिया है। दरअसल, स्कूल के निरीक्षण के दौरान लाइब्रेरी से निकले एक गुप्त रास्ते में कई कमरे मिले थे। हर कमरे में पलंग और सुख-सुविधा का सामान मिला। आखिरी में फादर का कमरा था। यहां से टीम को शराब की कई बोतलें और धर्म परिवर्तन और आपत्तिजनक साहित्य मिला है।

पुलिस ने फादर डायनोसियस आर्बी के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और जान से मारने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। मप्र बाल संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. निवेदिता शर्मा ने शनिवार को स्कूल का दौरा किया था। इसके बाद कलेक्टर अंकित अस्थाना को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था। मुरैना के सीएसपी अतुल सिंह ने बताया कि सेंट मैरी स्कूल के फादर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें जेल भेजा जा रहा है।

 बाल संरक्षण आयोग की सदस्य से जानिए पूरी कहानी..

स्कूल में 1600 छात्र-छात्राएं
बाल संरक्षण आयोग की सदस्य निवेदिता ने बताया- शनिवार सुबह के 11 बजे मैं मुरैना पहुंची। गेस्ट हाउस से सीधे सेंट मैरी स्कूल पहुंची। साथ में महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग के साथ पुलिस की टीम थी। मैंने स्कूल के फादर डायनोसियस आर्बी से पूछा कि आपके यहां की क्या व्यवस्था रहती है और आप कहां रहते हैं? फादर ने मुझे जवाब दिया कि वे चर्च के पास रहते हैं। चर्च की जमीन स्कूल से अलग है। यह भी बताया कि यह तो केवल स्कूल कैंपस है। इसके बाद मैंने उनसे पूछा कि आपने स्कूल के शिक्षकों का पुलिस वैरिफिकेशन करवाया, तो वे बोले कि यह बात हमारे ध्यान में नहीं आई। स्कूल में लगभग 1600 छात्र-छात्राएं हैं। इसके बाद मैंने उनसे स्कूल का निरीक्षण कराने को कहा तो वे तैयार हो गए।

छात्राओं के शौचालय में नहीं पार्टीशन, बगल में छात्रों का
निरीक्षण के दौरान जब मैं शौचालय में गईं तो देखा कि छात्राओं का शौचालय बड़ा बना था, लेकिन पार्टीशन नहीं था। इस पर मैंने जब फादर से पूछा तो वे माकूल जवाब नहीं दे सके। छात्राओं के शौचालय के पास ही छात्रों का शौचालय बना था, जिस पर मैंने आपत्ति जताई।

कैमिस्ट्री लैब में अटी पड़ी थी धूल, जंग खा रहे इक्विपमेंट
इसके बाद मैं जब स्कूल की केमिस्ट्री लैब में पहुंची तो देखा कि वहां तो धूल जमी हुई थी जबकि फादर ने बताया कि था कि तीन महीने पहले ही लैब में प्रयोग कराए गए थे। जब फादर से पूछा तो वे बोले कि बहुत दिन से सफाई नहीं की गई है जिसके कारण धूल जमी है। इसके साथ ही लैब के उपकरणों में भी जंग लगी थी। जब फादर से इस बारे में पूछा तो वे कोई संतोष जनक जवाब नहीं दे सके। लैब के अंदर कई केमिकल की एक्सपायरी डेट निकल चुकी थी।

33 बच्चों ने जारी कराई किताबें
जब मैं स्कूल की लाइब्रेरी में पहुंची तो देखा कि वहां पिछले महीने केवल 33 बच्चों ने ही किताबें जारी कराईं हैं। जबकि स्कूल में 1600 छात्र-छात्राएं हैं। इतनी कम किताबें जारी होने पर जब मैंने स्कूल के फादर से पूछा तो उसका भी वह समुचित जवाब नहीं दे सके।

फीस कम करने को कहा तो फादर बोले- अल्पसंख्यकों का संस्थान है
जब फादर से मैंने स्कूल का फीस स्ट्रक्चर मंगवाया। उनसे पूछा कि आप लाइब्रेरी की इतनी अधिक फीस लेते हैं, लेकिन सुविधा नहीं है। आपको फीस कम करना चाहिए। इस पर फादर ने कहा कि यह अल्पसंख्यकों का संस्थान है, इसलिए हम फीस कम नहीं कर सकते।

क्लास के बगल वाले कमरे में रहते हैं फादर
आयोग की सदस्य ने बताया कि जब वह लाइब्रेरी के बगल वाले कमरे में गईं, तो देखा कि वहां एक महिला फादर के कपड़ों में प्रेस कर रही है। इस कमरे के लिए लाइब्रेरी से एक गुप्त रास्ता जाता है। उसके बाद कई कमरे उस कमरे से जुड़े हुए हैं। हर कमरे में पलंग व सुख-सुविधा का सामान था। उसके बाद जब वे फादर के कमरे में पहुंची, तो वह कमरा स्कूल की एक क्लास में जाकर खुलता है। उसी क्लास के बगल के कमरे में जिसमें फादर रहते थे। उसी में अंग्रेजी शराब की 20 बोतलें मिली हैं। जिनमें 8 बोतलें खुली रखी थीं। 12 बोतलें एक कार्टून में रखी पाई गई हैं। उसी कमरे में धर्मांतरण से संबंधित साहित्य पाया गया है। पूरे कैंपस में कैमरे लगे थे, लेकिन इस कॉरिडोर और कमरे के आसपास कोई कैमरा नहीं मिला।

मीडिया के सामने बचते नजर आए फादर
स्कूल के फादर मीडिया के सामने बयान देने से बचते आए। जब उनसे पूछा गया कि इतनी सारी शराब की बोतलों व कंडोम के पैकेट से फादर का क्या संबंध है तो वे कोई जवाब नहीं दे सके। बस इतना कहा कि एक दो ही बोतलें है और वह शराब नहीं पीते हैं। कंडोम की बात पर वह मोबाइल पर बात करने का बहाना बनाकर चलते बने।

छात्रों को एग्जाम में नहीं होगी परेशानी:कलेक्टर
कलेक्टर अंकित अस्थाना ने कहा है कि CBSE बोर्ड के 12वीं के पेपर चल रहे हैं। 29 मार्च और 31 मार्च और 3 अप्रैल को भी पेपर है। सेंट मैरी स्कूल में जिन छात्रों का सेंटर है, उन्हें परेशानी नहीं होगी। सोमवार को स्कूल खोलकर केवल आपत्तिजनक सामग्री मिलने वाले कमरे को सील किया जाएगा।

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