केंद्रीय दल की उपस्थिति में समीक्षा बैठक सम्पन्न, हर रोज 55 लीटर हर व्यक्ति को जल मिले

विदिशा डेस्क :

 कलेक्टर उमाशंकर भार्गव की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित समीक्षा बैठक में जिले के प्रत्येक नागरिक को हर रोज 55 लीटर जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु क्रियान्वित किए जाने वाले प्रबंधों की समीक्षा की गई है। 

 एनआईसी के व्हीसी कक्ष में आयोजित उक्त समीक्षा बैठक में केन्द्रीय व राज्य प्रतिनिधि शामिल हुए उनके द्वारा आवश्यक सुझावों से अवगत कराया गया है। बैठक में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार में एडिशनल एडवाइजर डॉक्टर राजशेखर, राष्ट्रीय एक्सपर्ट, सीनियर इंफ्रास्ट्रक्चर स्पेशलिस्ट मनोज गुप्ता के अलावा भोपाल से एनआईएच प्रमुख एवं वैज्ञानिक रवि गलकटे, केंद्रीय भू-जल बोर्ड के रीजनल डायरेक्टर राणा चटर्जी तथा केंद्रीय भू-जल बोर्ड के वैज्ञानिक राकेश सिंह तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग भोपाल मण्डल के अधीक्षण यंत्री सुबोध जैन के द्वारा आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में विदिशा जिले की भू-गर्भीय जल की वर्तमान स्तिथि पर विस्तार से चर्चा कर आवश्यक सुझावों से अवगत कराया गया है। 

 कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि विदिशा जिले में सभी घरों तक नल से जल पहुंचे के लिए रणनीति अनुसार कार्यों का क्रियान्वयन किया जा रहा है। सतह जल भण्डारण में पेयजल आपूर्ति के लिए स्टॉक रखने के निर्देश प्रसारित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में हलाली बांध में ही यह व्यवस्था थी। इसके पश्चात सगड़ के माध्यम से जल मिशन तहत हर घर नल जल पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। जिले में निर्माणाधीन तीन बांध, हिनोथा, कोठा बैराज व टैम में भी समूह नल जल योजना के लिए जल आरक्षित करने के प्रावधान सुनिश्चित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विदिशा जिले में जल स्त्रोंतों के रिचार्ज करने के प्रबंध क्रियान्वित किए जा रहे हैं किन्तु जल स्तर लगातार नीचे जाने से ग्रीष्मकाल में अनेक जल स्त्रोत जल विहीन हो जाते हैं इस कारण से निर्धारित मापदण्ड के अनुरूप जल की आपूर्ति सुनिश्चित नहीं हो पाती है।

 जल जीवन मिशन अंतर्गत तैयार एवं क्रियान्वित की जा रही नल जल योजनाओं में 865 ग्रामों में पर्याप्त आवक क्षमता के भू-जल स्रोत प्राप्त नहीं होने के कारण 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के मान से योजनाओं का क्रियान्वयन सम्भव नहीं होने की स्थिति में अन्य विकल्पों के सुझाव पर चर्चा हुई। जहां 55 लीटर से कम पेयजल प्राप्त हो सकेगा। उन ग्रामों में भी योजना का क्रियान्वयन किया जाए एवं योजनाओं को चिरस्थाई बनाने हेतु सतही स्रोत आधारित योजनाओं से जोड़ दिया जाए। कलेक्टर विदिशा द्वारा जिले मे खेती के पैटर्न एवं फसलों के प्रकार पर भी बात रखी गई। उनके द्वारा जिले के समस्याग्रस्त ग्रामों की नल-जल योजनाओं के लिए सतही स्रोत टेम बांध, कोठा बैराज, हिनोता बांध पर आधारित एवं जल निगम द्वारा प्रस्तावित दीर्घकालिक योजना की स्वीकृति एवं क्रियान्वयन पर भी चर्चा की गई। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री संतोष कुमार साल्वे, महाप्रबंधक जल निगम भोपाल अजय दिवाकर, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग, सहायक यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जल संसाधन विभाग एवं ग्रामीण यंत्रिकी सेवा उपस्थित रहे। बैठक के पश्चात लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों साथ केंद्रीय दल द्वारा लटेरी विकासखंड के पेयजल समस्याग्रस्त ग्रामों का भ्रमण भी किया गया है। 

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