क्या यही हैं डिजिटल इंडिया: सेंट्रल एटीएम का पासवर्ड बनाने के लिए भटक रहे हैं उपभोक्ता

आनंदपुर डेस्क :

मोदी सरकार डिजिटल इंडिया की बात तो बड़े ही जोर शोर से कर रही है और बड़े-बड़े मंचों पर प्रधानमंत्री कहते हैं कि डिजिटल इंडिया बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहा है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इसके विपरीत देखने को मिल रहा है बात आनंदपुर की है। इस क्षेत्र में एक भी राष्ट्रीयकृत बैंक का एटीएम नहीं है। आनंदपुर से 4 किलोमीटर दूर सेंट्रल बैंक आफ इंडिया शाखा आनंदपुर जो की सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट में संचालित हो रही हैं। और यहां का सेंट्रल बैंक का एटीएम एक वर्ष पहले बंद हो चुका है जिसके चलते सेंट्रल बैंक के उपभोक्ता जिनके पास नया एटीएम बनकर आया है वह पासवर्ड बनाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं।

भोपाल विदिशा या गुना में बन रहा है पासवर्ड

विदिशा, बासौदा के बाद जिले में एकमात्र शाखा आनंदपुर थी सेंट्रल बैंक की। ओर आसपास कहीं भी सेंट्रल बैंक की कोई शाखा नहीं है न ही एटीएम है जिसके कारण सेंट्रल बैंक के खाता खाताधारकों को एटीएम मिलने या एटीएम आने के बाद पासवर्ड बनाने के लिए काफी मुसीबत का सामना करना पड़ता है। उन्हें पासवर्ड बनाने के लिए भोपाल, विदिशा, गुना या फिर बासौदा जाना पड़ता है क्योंकि आसपास कहीं भी सेंट्रल बैंक का एटीएम ही नहीं है कि जहां पासवर्ड बनाया जा सके जिसके कारण एटीएम वाले खाताधारकों को समय के साथ ही पैसे का भी नुकसान झेलना पड़ रहा है।

इस संबंध में राम कुमार शर्मा, विक्रम सेन ने बताया कि दो बार में उनके परिवार वालों के चार एटीएम कार्ड बनकर आए अब समस्या यह थी कि इनका पासवर्ड कहां से बनाया जाए एक बार उन्हें बासौदा जाना पड़ा तो दूसरी बार गुना जाना पड़ा सिर्फ और सिर्फ पासवर्ड बनाने की खातिर ऐसे में दो जगह जाने में उनका हजार रुपए से अधिक खर्च हो गया यदि सेंट्रल बैंक का एटीएम होता तो यह ₹1000 का फिजूल का खर्च नहीं होता।

1 वर्ष पहले बंद हो चुका है एटीएम।

सेंट्रल बैंक की शाखा में जो एटीएम मशीन लगी हुई थी वह भी एक वर्ष पहले ही बंद हो चुकी है और बैंक की एटीएम मशीन भी वहां से हटा दी गई। यह एटीएम बमुश्किल डेढ़ से 2 साल ही सही तरीके से काम कर पाया था क्योंकि यहां कभी लाइट तो कभी नेटवर्क की समस्या बनी रहती थीं जिसके चलते सही से काम नहीं कर पाया। और यहां के एटीएम से लेनदेन भी कम से कम ही हो पता था जिसके कारण यह एटीएम बंद हो गया।

कपड़ा व्यवसाय संतोष शर्मा, अमित सोनी, धर्मेंद्र पाटीदार, संजीव कुशवाहा आदि ने बताया कि आनंदपुर लगभग 6000 से अधिक की जनसंख्या वाला गांव है और इस गांव में विधायक जैसे व्यक्ति दिए लेकिन दुर्भाग्य है कि यहां पर किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक का एक एटीएम भी नहीं है जो सेंट्रल बैंक की शाखा थी वह भी आनंदपुर से 4 किलोमीटर दूर संचालित हो रही है उसका भी एटीएम नहीं है जिसके कारण सेंट्रल बैंक के खाता खाताधारकों को एटीएम का पासवर्ड बनाने के लिए भोपाल, विदिशा , गुना, बासौदा जाना पड़ता है ऐसे में भगवान ना करें कि कहीं कोई घटना दुर्घटना हो जाए तो इसका जिम्मेदार कौन होगा जबकि आनंदपुर में राष्ट्रीयकृत बैंक सहित एटीएम खुलना आवश्यक है।

इस संबंध में बैंक मैनेजर अनुराग शर्मा ने बताया है कि वह प्रयास कर रहे हैं कि सेंट्रल बैंक का एटीएम पुनः सेंट्रल बैंक में स्थापित हो जाए जिससे ग्राहकों को परेशानी का सामना न करना पड़े।

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