बेमौसम बारिश का दौर जारी, कहीं तेज हवाओं के साथ बरसा पानी तो कहीं गिरे ओले: अगले 2-3 दिन तक ऐसा ही रहेगा मौसम

भोपाल डेस्क :

मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश का दौर जारी है। शनिवार को भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी। कुछ इलाकों में ओले भी गिरे है। मंदसौर, विदिशा और रायसेन जिले में भी पानी गिरा है। मौसम में इस बदलाव से लोगों को दिनभर की तेज धूप और गर्मी से राहत मिली है। उज्जैन जिले में महिदपुर के झारड़ा में भी शाम 7 बजे के बाद आंधी-तूफान के साथ ओले गिरे।

मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों के लिए प्रदेश के कई हिस्सों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। 11 जिलों में बारिश के साथ ओले गिरने का अनुमान जताया गया है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर प्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत कई जिलों में दिख रहा है। 4 और 5 जून को भी बारिश के आसार है। जून के दूसरे सप्ताह में फिर से आंधी-बारिश का दौर शुरू होगा। मानसून 20 जून तक प्रदेश में एंट्री कर सकता है।

भोपाल में पहले बूंदाबांदी, फिर तेज बारिश
भोपाल में सुबह से तेज धूप, गर्मी और उमस के बीच दोपहर बाद अचानक बादल छा गए। तेज हवाएं चली और देखते ही देखते बारिश शुरू हो गई। शाम करीब 4 बजे शहर के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी होने लगी। इसके बाद तेज बारिश शुरू हो गई।

इंदौर में दोपहर बाद बरसे बदरा, ओले भी गिरे
इंदौर में दोपहर बाद अचानक मौसम बदला और बारिश होने लगी। कुछ जगहों पर ओले भी गिरे। पहले शहर के पश्चिमी इलाके राऊ, राजेन्द्र नगर, अन्नपूर्णा में हवा-आंधी के साथ बारिश शुरू हुई, इसके बाद पूरे शहर में बादल छाए और देखते ही देखते बारिश होने लगी। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। शहर के खजराना, रेडियो कॉलोनी, ट्रांसपोर्ट नगर में ओले भी गिरे हैं।

मंदसौर में ओले गिरे
मंदसौर और आसपास के इलाके में भी शनिवार दोपहर को बारिश हुई। कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ चने के आकार के ओले भी गिरे है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 1 जून को उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो गया, जिसका असर शुक्रवार से ही दिखाई देने लगा। इसी कारण मौसम में बदलाव देखने को मिला।

विदिशा और रायसेन में भी गिरा पानी
भोपाल से लगे विदिशा और रायसेन जिले में भी शनिवार दोपहर बाद बारिश शुरू हो गई। कई जगहों पर ओले गिरे। मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने की बात कही है

ऐसा मौसम क्यों?
इस साल नौतपा के तेवर ठंडे रहे। हर दिन मध्यप्रदेश के किसी न किसी हिस्से में बारिश हुई। ओले गिरे और तेज हवा भी चली। ऐसा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ), चक्रवात के एक्टिव रहने और ट्रफ लाइन के गुजरने की वजह से हुआ। शुक्रवार को सागर में 7.8, नरसिंहपुर में 2.0 मिमी बारिश हुई। नर्मदापुरम में भी पानी गिरा। सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 1 जून को उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हो गया। इसका असर शुक्रवार से ही प्रदेश में दिखाई देने लगा।

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