नर्मदा नदी पर नहीं बना पुल, शव को ट्यूब से बांधकर पार कराई नदी

न्यूज़ डेस्क   :

पूरा देश आजादी का 75 वा स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और आजादी का अमृत महोत्सव के तहत घर-घर तिरंगा लगाए जा रहे हैं इन सभी के बीच अनूपपुर  डिंडोरी जिले से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जिससे हमारा सिर शर्मिंदगी से झुक जाता है और सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि आज आजादी के 75 वर्ष बाद भी हम कहां खड़े हैं। जहां एक शव  को उफनती  हुई नर्मदा में शव को बहा कर नदी पार करना पडा 

आजादी के 75 वर्ष बाद भी ऐसी तस्वीरें वाकई ही हम सब को झकझोर कर रख देती हैं यहां एक शव नर्मदा नदी में तैरता हुआ दिखाई दीया यह कहीं से बहा कर नहीं आया बल्कि परिजनों और ग्रामीणों जनों ने ट्यूब पर शव को बांधकर नदी पार कराकर श्मशान घाट तक पहुंचाया।

अनूपपुर जिले के ग्राम ठाड़पथरा का रहने वाला 55 वर्षीय विश्मत नंदा को दिल का दौरा पड़ा तो उसे इलाज कराने डिंडोरी जिला चिकित्सालय ले जाया गया,क्योंकि यह गांव अनूपपुर जिले के आखिरी छोर पर स्थित है और डिंडोरी पास में पड़ता है जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई मौत के पश्चात अस्पताल प्रबंधन ने शव को छोड़ने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी की लेकिन दिक्कत यहां खड़ी हुई की विशमत नंदा के गांव तक पहुंचने के लिए नर्मदा नदी पूरी तरह से उफान पर हैं और नदी पर फुल भी नहीं , ऐसे में एंबुलेंस शव को नर्मदा नदी के किनारे ही छोड़ कर चली गई। 

शव को नदी किनारे छोड़ने के बाद परिजनों और ग्रामीण जनों ने शव को ट्यूब से बांधकर दो लोग ट्यूब से बंधे शव को लेकर नर्मदा में उतरे और शव को नदी पार कराई तब जाकर विशमत नंदा का अंतिम संस्कार संभव हो पाया ग्रामीण जनों ने बताया कि ग्राम ठाड़पथरा और पथरकुचा गांव के बीच नर्मदा नदी बहती है और यहां जब बाढ़ की स्थिति बनती है तो ऐसे ही हालात देखने को मिलते हैं

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