भोपाल की हमीदिया अस्पताल से भागा कैदी पकड़ाया: हाथ में दर्द की शिकायत पर लाया गया था, चकमा देकर भाग निकला

भोपाल डेस्क :

भोपाल सेंट्रल जेल का फरार कैदी नदीम खान उर्फ फायर ब्रिगेड शनिवार रात 9.25 बजे पकड़ा गया। वह दोपहर 12.20 बजे उस वक्त हमीदिया अस्पताल से भाग निकला था, जब उसे इलाज के लिए लाया गया था। जेल प्रहरी दिनेश दांगी, विनय बघेल, अजय पाठक और राम मनोहर भारद्वाज ने कैदी को विदिशा रोड भानपुर ढाबे के पास से पकड़ा है। इस दौरान गिरने से उसे पैर में फैक्चर भी हो गया है।

दरअसल, नदीम खान ने रात भर हाथ में दर्द की शिकायत की थी। उसने बताया था कि उसे हाथ का ऑपरेशन हुआ था। जिसमें रॉड लगाई गई थी। इसके बाद डॉक्टर ने उसका एक्स-रे कराने की सलाह दी थी। दोपहर 12 बजे जेल प्रहरी दीपेश इंगले के साथ हमीदिया अस्पताल भेजा गया। यहां एक्स-रे कराया जा रहा था। तभी वह भाग निकला। उसके खिलाफ 16 केस दर्ज हैं।

इधर, जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया कि नदीम खान को हत्या के प्रयास के मामले में 7 साल की सजा हुई है। इस मामले में वह जेल काट रहा था।

लूट, अड़ीबाजी, मारपीट के केस

नदीम जहांगीराबाद थाने का निगरानी बदमाश है। बोगदा पुल फायर स्टेशन के करीब का रहने वाला है। उसके खिलाफ लूट, चोरी, हत्या का प्रयास, अड़ीबाजी और मारपीट जैसे मामले दर्ज हैं। पुरानी रंजिश के चलते उसने अपने साथी दानिश जफर के साथ मिलकर तलैया थाने के निगरानी बदमाश हमजा बम पर जानलेवा हमला किया था। इसी मामले में 27 अक्टूबर 2023 को उसे भोपाल न्यायालय से 7 साल की सजा सुनाई गई थी।

अटैचमेंट पर है जेल प्रहरी

जेल प्रहरी दीपेश इंगले होशंगाबाद संभाग की जेल बरेली में पदस्थ है। कैदियों के उपचार के लिए फिलहाल भोपाल जेल में अटैचमेंट पर है। दीपेश को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के लिए होशंगाबाद जेल अधीक्षक को मेल कर दिया है। जल्द उसके खिलाफ कार्रवाई हो जाएगी।

परिसर के सभी CCTV बंद
कैदी नदीम को एक्स-रे के लिए हमीदिया अस्पातल की पुरानी बिल्डिंग में लाया गया था। पुलिस ने उसके भागने के बाद सीसीटीवी कैमरों को चेक किया। तब पता लगा की इस इमारत में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे बंद हैं।

ऐसे भागा कैदी
बताया जा रहा है कि हमीदिया अस्पताल के एक्स रे डिपार्टमेंट में रील खत्म हो चुकी हैं। मरीजों को एक्स-रे के बाद स्क्रीन से फोटो खींचने को कहा जा रहा है। जैसे ही नदीम का एक्स-रे हुआ, साथ में मौजूद आरक्षक से गया कि स्क्रीन से एक्स-रे का फोटो खींच लें, और डॉक्टर को दिखा दें। जिससे आगे का उपचार किया जा सकेगा। आरक्षक फोटो खींचने लगा, तभी कैदी चकमा देकर फरार हो गया।

Exit mobile version