लटेरी के काला देव में संकल्प दिवस पर डॉ. अंबेडकर को किया नमन: इस ऐतिहासिक घटना का उल्लेख किया

आनंदपुर डेस्क :
लटेरी तहसील क्षेत्र के ग्राम काला देव स्थित हाई स्कूल कंगन परिसर में सोमवार को संकल्प दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके जीवन संघर्ष को याद किया।
कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर की गई। इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता रीमा बौद्ध ने सभा को संबोधित करते हुए 23 सितम्बर 1917 की ऐतिहासिक घटना का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि बड़ौदा रेलवे स्टेशन के पास एक पेड़ के नीचे बैठकर बाबा साहेब ने यह संकल्प लिया था कि वे अपना पूरा जीवन समाज से भेदभाव मिटाने और अपने समाज को मानवीय अधिकार दिलाने के लिए समर्पित करेंगे। उन्होंने मन में ठाना कि यदि इस उद्देश्य में असफल रहे तो वे स्वयं को गोली मार लेंगे। रीमा बौद्ध ने कहा कि यही संकल्प बाबा साहेब के संघर्ष और प्रेरणादायी जीवन की नींव बना, जिसने पूरे समाज की दिशा बदल दी।
वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता हरिशंकर बौद्ध ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने अत्यंत विषम परिस्थितियों में भी अपना संकल्प कभी नहीं तोड़ा। उन्होंने कठिनाइयों, सामाजिक बहिष्कार और अपमान का सामना किया, लेकिन अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटे। हरिशंकर बौद्ध ने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि हम सभी को अपने जीवन में जो भी संकल्प लें, उसे पूरी निष्ठा और दृढ़ता से निभाना चाहिए। उन्होंने कहा कि छोटी-सी परेशानी में घबराने के बजाय हमें अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और चुनौतियों का सामना कर आगे बढ़ना चाहिए।
संकल्प दिवस कार्यक्रम में वक्ताओं ने यह भी कहा कि आज समाज को एकता, भाईचारा और समानता की सबसे अधिक आवश्यकता है। डॉ. अंबेडकर के दिखाए मार्ग पर चलकर ही हम सामाजिक अन्याय और भेदभाव से मुक्त एक सशक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं।
इस अवसर पर अनेक सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक, छात्र और ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी ने बाबा साहेब के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज में जागरूकता फैलाने और समानता के संदेश को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।