राजधानी के रिहायशी इलाके में बाघ का मूवमेंट: वन विभाग बोला- अलग टेरिटरी बना रहे टाइग्रेस-123 के शावक

भोपाल डेस्क :

भोपाल में केरवा डैम के पास रिहायशी इलाके में पिछले कुछ दिन से बाघ का मूवमेंट है। टाइगर सड़क पर घूमता हुआ देखा गया। इसका VIDEO एक राहगीर ने बनाया। वन विभाग का कहना है कि टाइग्रेस-123 के शावक बड़े हो गए हैं। इसलिए वे अपनी अलग टेरिटरी बना रहे हैं। इसलिए उनका मूवमेंट देखने को मिल रहा है।

​​​​​​रेसिडेंशियल टाइग्रेस-123 के चार शावक हैं। इनकी उम्र 1 साल हो गई है। शावक अपनी मां के साथ अक्सर चंदनपुरा, मेंडोरा-मेंडोरी में घूमते हुए आते हैं, लेकिन अब इन्हीं चार में से एक शावक का मूवमेंट केरवा डैम के पास रहवासी इलाके में सामने आया है। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की कोठी के पास यह शावक घूमता देखा गया। इसका VIDEO राहगीर ने कार में बैठे-बैठे बनाया।

पहले सड़क पर टहलता रहा, फिर जंगल में पहुंच गया
VIDEO में देखा जा सकता है कि काफी देर तक बाघ सड़क पर टहलता रहा। इसके बाद केरवा चौकी के पास से जंगल में चला गया। वन विभाग के अफसरों ने भी VIDEO को सही बताया है। विभाग के SDO आरएस भदौरिया ने बताया कि यह टाइग्रेस-123 के चार में से एक नर शावक है।

शिकार के दांव-पेंच सिखा रही टाइग्रेस
टाइग्रेस अपने शावकों को शिकार के दांव-पेंच भी सिखा रही है। कुछ दिन पहले पानी की होद में शावकों के मस्ती करते हुए फोटो सामने आए थे। शावक ज्यादातर समय अपनी मां के साथ ही रहते हैं।

भोपाल जंगल 437 वर्ग किमी में फैला
भोपाल से लगा जंगल 437 वर्ग किमी में फैला हुआ है। 150 वर्ग किमी जंगल ही घना और बाघों की बसाहट के लिए अनुकूल है। बाकी का जंगल पथरीला और टुकड़ों में है। साल 2018 की गणना में यहां 18 बाघों की मौजूदगी दर्ज हुई थी। इस बार भी बाघों का अच्छा मूवमेंट सामने आया है।

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