भोपाल की हमीदिया हॉस्पिटल में होगी मध्यभारत की पहली रोबोटिक सर्जरी: 2 सितंबर को हिप और नी-रिप्लेसमेंट से होगी सुविधा की होगी शुरुआत

विश्वस्तरीय ट्रीटमेंट और टीचिंग इंस्टीट्यूट बन रहा जीएमसी भोपाल

भोपाल डेस्क :

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का सरकारी हमीदिया अस्पताल प्रदेश में नया कीर्तिमान बनाने जा रहा है। मध्यप्रदेश में पहली बार हमीदिया अस्पताल में शुक्रवार 2 सितंबर को रोबोट की मदद से सर्जरी की जाएगी। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी तैयारियां भी पूरी कर ली हैं। रविवार को पटना से रोबोट भी भोपाल के लिए रवाना होकर मंगलवार को हमीदिया पहुंच गया है। अब इंजीनियर्स के जरिए इसे ऑर्थोपेडिक्स डिपार्टमेंट में इंस्टॉल करेंगे।

मध्यभारत में पहला सरकारी इंस्टीट्यूट

रोबोटिक सर्जरी शुरू करने वाला हमीदिया अस्पताल मध्यभरत में पहला सरकारी संस्थान होगा, जहां रोबोटिक सर्जरी की सुविधा मिलेगी। गांधी मेडिकल कॉलेज के अस्थि रोग विभाग के एचओडी डॉ.सुनीत टंडन ने बताया कि 2 सितंबर से तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इसी दौरान हमीदिया अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी की जाएगी। और कॉन्फ्रेंस में इसका लाइव भी दिखाया जाएगा।

हमीदिया अस्पताल में नी और हिप रिप्लेसमेंट के लिए मरीजों की जांचों से लेकर सर्जरी टीम भी सिलेक्ट कर ली गई है। करीब दो महीने से इसकी तैयारियां चल रही थीं। ऑर्थोपेडिक्स विभाग की तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस के बाद हमीदिया अस्पताल के लिए रोबोट का ऑर्डर दिया जाएगा।

ऐसे होता है रोबोटिक नी-रिप्लेसमेंट

इस तकनीक में ऑपरेशन के लिए एक रोबोटनुमा मशीन कम्प्यूटर कमांड के जरिए डॉक्टर के सहायक के रूप में काम करती है। कंम्प्यूटर से जुडी रोबोटिक डिवाइस के रिमोर्ट को डॉक्टर अपने हाथ में पहनकर सर्जरी करते हैं। इसमें लगे कैमरे और सेंसर रोबोट घुटने के सारे मूवमेंट और स्थिति को नोट कर उसकी थ्रीडी इमेज तैयार करते हैं। थ्रीडी इमेज के हिसाब से रोबोट ऑपरेशन का सटीक प्लान तैयार करता है। वह डॉक्टर को बताता है कि हड्डी कितनी खराब है, कितनी और किस जगह से काटनी है।

विश्वस्तरीय ट्रीटमेंट और टीचिंग इंस्टीट्यूट बन रहा जीएमसी भोपाल

हमारी कोशिश है कि हमीदिया हॉस्पिटल में मरीजों को अच्छी से अच्छी उपचार की सुविधाएं मिलें। गांधी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल स्टूडेंट्स को नई तकनीक से पढ़ाई करने का मौका मिले। इसी परिकल्पना को ध्यान में रखते हुए रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू करने जा रहे हैं। हमीदिया में वर्ल्ड क्लास ट्रीटमेंट फेसिलिटी और गांधी मेडिकल कॉलेज को इंटरनेशनल लेवल का टीचिंग इंस्टीट्यूट बनाने के प्रयास कर रहे हैं। सर्वसुविधायुक्त बिल्डिंग में जल्दी हमीदिया, सुल्तानिया हॉस्पिटल भी शुरू हो जाएगा।

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