जुगल किशोर की अंतिम इच्छा 6 बेटियों ने पिता के पार्थिव शरीर का देहदान कर की पूरी

विदिशा डेस्क :

अमूमन किसी के देहांत होने के बाद निकाली जाने वाली अंतिम यात्रा अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम पहुंचती है। लेकिन शुक्रवार को शहर में निकाली गई एक अंतिम यात्रा सीधे शासकीय अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज पहुंची। यात्रा में लोग हाथों में तख्तियां लेकर चल रहे थे, जिनमें “देहदानी जुगल दादा अमर रहें” के नारे लिखे हुए थे। दरअसल, राजीव नगर विदिशा में रहने वाले 78 वर्षीय जुगल किशोर राय के देहांत के बाद उनके पार्थिव शरीर का दान विदिशा मेडिकल कॉलेज में कराया है।

दिवंगत का देहदान उनकी 6 बेटियों ने किया। जुगल किशोर बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ थे और गुरुवार शाम 5 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। जुगल किशोर राय ने विकास पचौरी के मृत्यु उपरांत देहदान अभियान से जुड़कर करीब 7 वर्ष पूर्व देहदान का संकल्प पत्र भरा था, ताकि मृत्यु के बाद उनका पार्थिव शरीर पीड़ित मानवता के काम आ सके। पिता की इन भावनाओं का सम्मान करते हुए उनकी बेटी सुनीता राय, हेमलता, रजनी, मीना, शिवाली जायसवाल एवं योगिता राय ने समाजसेवी विकास पचौरी के माध्यम से स्व जुगल किशोर राय के पार्थिव शरीर का दान अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज विदिशा में किया।

अंतिम यात्रा के रास्ते में की फूलों की वर्षा
शुक्रवार सुबह 10 बजे राजीव नगर स्थित उनके निवास से देहदान यात्रा शुरू हुई, जिसमें देहदान एवं नेत्रदान का संकल्प लेने वाले सदस्यों के अलावा शहर के अनेक लोग देहदानी जुगल दादा अमर रहे के नारे लगा रहे थे, वहीं उनकी शव यात्रा के मार्ग पर जमकर पुष्प वर्षा भी की गई। मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी डिपार्टमेंट में जुगल किशोर राय के पार्थिव शरीर को डीन सुनील नंदेश्वर, डॉक्टर नैना वाडेकर, पार्षद गजेंद्र रघुवंशी, चुन्नीलाल राय सहित परिजनों व बड़ी संख्या में मौजूद अन्य लोगों ने श्रद्धांजलि समर्पित अर्पित की।

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