प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को आइना दिखाती ग्राम पंचायत: जगह-जगह फैला कचरा, मार रहा हैं बदबू

आनंदपुर डेस्क :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान को ग्राम पंचायत कैसे चुना लगा रही है इसका जीता जागता उदाहरण आनंदपुर में देखा जा सकता है। ग्राम पंचायत में सफाई के मामले में प्रति माह लगभग ₹20000 खर्च हो रहे हैं लेकिन सफाई धरातल पर दिखती ही नहीं है। कहने को तो आनंदपुर में 20 वार्डों में 6000 से अधिक की आबादी निवासरत है ग्राम पंचायत की जानकारी के अनुसार प्रतिदिन समूची ग्राम में साफ सफाई करवाई जाती है लेकिन जमीनी हकीकत देखी जाए तो मुख्य बाजार के अलावा पूरे गांव में कहीं भी साफ सफाई नहीं होती।

जगह-जगह फैला हैं कचरा, मार रहा हैं बदबू

ग्राम पंचायत में गंदगी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पंचायत भवन के सामने ही बेशुमार गंदगी पसरी हुई है और पुरानी पंचायत भवन के सामने तो कोई भी व्यक्ति 2 मिनट भी खड़ा नहीं हो सकता यहां बदबू और भयंकर गंदगी फैली है इसी तरह माता मोहल्ला, इंदिरा कॉलोनी,थाने के सामने शुलभ कॉम्प्लेक्स, विधायक मोहल्ला सहित ग्राम में कहीं भी नियमित रूप से आज तक साफ सफाई नहीं हुई नियमित तो बहुत दूर की बात है कोई भी सफाई कर्मी मुख्य बाजार के अलावा गांव में सफाई करने नहीं पहुंचते।


इस संबंध में पहलवान सिंह अहिरवार, जीवन जोगी, जीवन अहिरवार, सूरज सिंह अहिरवार, धर्मेंद्र पाटीदार, नवीन करेरिया आदि का कहना है कि ग्राम पंचायत द्वारा स्वच्छता के नाम पर धरातल पर कुछ भी नहीं किया जाता सिर्फ हवा हवाई काम हो रहा है गांव में जगह-जगह गंदगी और कचरे के ढेर लगे हुए हैं जबकि पंचायत चुनाव के समय राधावल्लभ शर्मा ने बोला था कि ग्राम में व्यवस्थित तरीके से साफ सफाई कराई जाएगी लेकिन एक भी दिन किसी भी वार्ड में पंचायत द्वारा साफ सफाई नहीं की गई सिर्फ भ्रष्टाचार के अलावा धरातल पर कुछ भी नहीं दिखाई देता। ग्राम पंचायत की अनेक कार्यों में अनियमित भी भरमार देखी जा रही हैं।

ग्राम पंचायत से जानकारी मिली है कि हर महीने 18 से ₹20000 साफ-सफाई पर खर्च होता है और सरकार द्वारा अभी तक पंचायत को किसी भी प्रकार का भुगतान साफ-सफाई के नाम पर नहीं हुआ। जो भी साफ सफाई हो रही है हम ख़ुद के खर्चे से ही साफ सफाई करवा रहे हैं।

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