जयवर्धन सिंह ने कहा “ग्वालियर की पनौती” भाजपा में चली गई, इसी वजह से ग्वालियर में 57 साल बाद कांग्रेस का मेयर बन पाया

भोपाल डेस्क :

ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में गए भले ही एक अरसा बीत गया हो, लेकिन वो अब भी कांग्रेस नेताओं के निशाने पर रहते हैं। दिग्विजय सिंह के बेटे और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने सिंधिया का नाम लिए बगैर उन्हें पनौती कहा है।

भोपाल में हो रहे कांग्रेस के सम्मेलन में दिग्विजय सिंह के बेटे और गुना की राघौगढ़ विधानसभा सीट से विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा, ‘ग्वालियर की पनौती’ भाजपा में चली गई, इसी वजह से ग्वालियर में 57 साल बाद कांग्रेस का मेयर बन पाया है। 

जयवर्धन सिंह ने कहा, मूल बात यह है कि कांग्रेस को 57 साल बाद ग्वालियर में जीत मिली है। जब सिंधिया जी भाजपा में गए, तब चर्चा ये थी कि अब कांग्रेस खत्म हो गई है। ग्वालियर-चंबल में इतना बड़ा परिणाम आया है तो वो कार्यकर्ताओं की मेहनत से ही आया है।

भोपाल में कांग्रेस ने ये सम्मेलन नगरीय निकाय चुनाव में मिली सफलता को लेकर बुलाया है। ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, मुरैना में कांग्रेस मेयर बनाने में कामयाब रही है। सम्मेलन में मेयर्स को सम्मानित किया गया। 4-5 बार से लगातार पार्षदों का भी सम्मान हुआ। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सम्मेलन में आए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से 2023 में होने वाले विधानसभा को लेकर भी चर्चा की।

कांग्रेस को हीरे और पनौती में फर्क नहीं मालूम :मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया 

वहीं प्रदेश के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने जयवर्धन के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस हीरे और पनौती में फर्क नहीं कर पा रही है। यही कारण है कि कांग्रेस गर्त में जा रही है। जो हीरा है वो हीरा रहेगा, चाहे कांग्रेस में रहे या भाजपा में। क्षेत्र की जनता के लिए ज्योर्तिरादित्य सिंधिया कोहिनूर हीरा से कम नहीं हैं। कांग्रेस पार्टी ने हीरे की कदर नहीं जानी, क्योंकि कांग्रेस में जौहरी नहीं है। प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी ने उस हीरे की परख की है।

 कमलनाथ बोले, बच्चा किसी के यहां होता है, मिठाई ये बांटते हैं

कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं से कहा, अगर आप आराम करना चाहते हैं, बता दीजिए मैं भी आराम कर लूंगा। अपने देश की संस्कृति बचाने की चुनौती है। इसी संस्कृति की रक्षा के लिए 2023 का चुनाव लड़ा जाएगा। विकास के मुद्दे तो होंगे, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा होगा कि किस तरह आज समाज को बांटने का प्रयास किया जा रहा है।

‘महाकाल लोक’ के लोकार्पण के लिए आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कमलनाथ ने कहा, इनकी आदत ही इवेंट मैनेजमेंट की है। बच्चा किसी के यहां होता है और मिठाई ये बांटते हैं। कमलनाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों के लिए एक बार फिर कहा कि गड़बड़ करने वालों को हम भूलेंगे नहीं। वे जानते हैं कि 11 महीने में क्या होने वाला है।

सज्जन वर्मा ने विवादित बयान देते हुए कहा, इंदिरा गांधी ने गोलियां खाईं, राजीव गांधी को बम से उड़ा दिया, नरेंद्र मोदी बताएं कि उनके वंश में ऐसा कोई बलिदानी है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने कहा, बीजेपी के लिए राहुल गांधी ने चैलेंज पैदा किया है 4 हजार किलोमीटर पैदल चलकर दिखाओ। राहुल गांधी को चना मत समझ लेना, वो लोहे का चना है, चबा नहीं पाओगे।

उन्हें CM बनाने की कसम खाई है 

जबलपुर मेयर जगत बहादुर सिंह ने कहा, कमलनाथ की सरकार जिस दिन गिरी थी, उसी दिन उनके आंसुओं को देखकर कसम खाई थी कि जब तक कमलनाथ को दोबारा सीएम नहीं बना देता, चैन से नहीं बैठूंगा। रीवा महापौर बोले- इस बार रीवा से बनेगी कांग्रेस की सरकार, कमलनाथ को बनाएंगे सीएम। ग्वालियर मेयर शोभा सिकरवार ने कहा, कमलनाथ ने मुझपर भरोसा किया तो ग्वालियर की जनता ने 30 हजार वोट से जिताकर 57 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अब हम विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड तोड़ जीत दिलाएंगे।

छिंदवाड़ा मेयर विक्रम अहाके ने कहा, मैं सबसे कम उम्र का उम्मीदवार होने के साथ ही सबसे गरीब प्रत्याशी था। मेरी पूरी संपत्ति बीवी के जेवर मिलाकर साढ़े तीन लाख थी। मुझे उम्मीद नहीं थी कि मेरा जैसा गरीब आदिवासी मेयर बन सकता है। कमलनाथ जी ने मेरा काम देखा। 18 साल बाद छिंदवाड़ा में कांग्रेस का महापौर बने

राजधानी भोपाल के रविंद्र भवन में आयोजित नगरीय निकाय सम्मेलन सुबह 11 बजे शुरू हुआ। इसमें सुरेश पचौरी, जयवर्धन सिंह, कांतिलाल भूरिया, सांसद राजमणि पटेल, सुधांशु त्रिपाठी, मप्र कांग्रेस प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल, सीपी मित्तल, जीतू पटवारी, सज्जन सिंह वर्मा समेत कई नेता मौजूद रहे। 

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