BJP के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने कहा- अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं, निलंबित भाजपाइयों से माफीनामा लेकर घर वापसी कराएगी भाजपा

भोपाल डेस्क :

नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी के खिलाफ बगावत करने वाले जिन नेताओं को भाजपा ने बाहर का रास्ता दिखाते हुए निलंबित किया था, अब उनकी घर वापसी का फार्मूला तय कर लिया गया है। पार्टी ऐसे नेताओं से लिखित माफीनामा लेकर और सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त करने की शर्त पर निलंबन खत्म कर सकती है। इन नेताओं के कामकाज और पार्टी के प्रति योगदान को लेकर जिलाध्यक्षों से भी प्रतिवेदन लिया जाएगा। माफीनामे के साथ जिलाध्यक्ष भी निलंबन खत्म करने की सिफारिश करते हैं, तो माफ कर दिया जाएगा।

इस बीच प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के खिलाफ पत्र सोशल मीडिया पर वायरल करने वाले सागर से प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुशील तिवारी को हटा दिया गया है। इस मामले को प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने गंभीरता से लिया है और स्पष्ट कर दिया है कि अनुशासनहीनता और गलत बयानबाजी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगी।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में गुरुवार को प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद की मौजूदगी में हुई पार्टी की प्रदेश स्तरीय अनुशासन समिति की बैठक में यह फॉर्मूला तय किया गया है। इस बैठक में अनुशासन समिति के अध्यक्ष वेदप्रकाश शर्मा, प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी, गरोठ विधायक देवीलाल धाकड़ और जगदीश अग्रवाल शामिल थे।

वीडी के खिलाफ पत्र वायरल करने वाले तिवारी को पद से हटाया

अनुशासन समिति ने भी तिवारी के मामले को गंभीरता से लिया है। तिवारी सागर महापौर के पति हैं, जिन्होंने पिछले दिनों पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष शर्मा के खिलाफ महिला से जुड़ा एक पत्र सोशल मीडिया पर अपने मोबाइल से वायरल किया था। पार्टी ने उन्हें तुरंत तलब किया और नोटिस दिया था, जिसके बाद तिवारी ने माफी मांगी थी।

गुरुवार को अनुशासन समिति ने सुशील तिवारी के पूर्व में दिए गए जवाब को संतोषजनक नहीं पाया और कार्रवाई की सिफारिश कर दी। इसके बाद प्रदेश कार्यालय प्रभारी भगवानदास सबनानी ने प्रदेश कार्यसमिति से सुशील तिवारी की कार्यसमिति से सदस्यता निरस्त करने के आदेश जारी कर दिए।

15 दिन बाद फिर बैठेगी अनुशासन समिति
अनुशासन समिति 15 दिन बाद फिर बैठेगी। इन 15 दिन में जिन्होंने अभी तक कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दिया है, उनसे जवाब लिया जाएगा। जो माफीनामा देने तैयार हैं, उनसे माफीनामे लिखवाए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक निकाय चुनावों में लगभग 250 बगावती नेताओं को निलंबित किया गया था, जिन पर अनुशासन समिति विचार कर रही है।

बब्बू भी कर चुके हैं अध्यक्ष के खिलाफ बयानबाजी
पूर्व मंत्री और जबलपुर से तीन बार विधायक रहे हरेंद्रजीत सिंह बब्बू भी पिछले दिनों भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा पर गुटबाजी और उनसे जान का खतरा होने का आरोप लगा चुके हैं। हालांकि उन्होंने शब्द वापस ले लिए थे। लेकिन भाजपा ने उन्हें नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था। पार्टी सूत्रों का कहना है कि बब्बू पर भी एक्शन लिया जा सकता है।

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