मध्यप्रदेश में सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को निपटाने में भोपाल पुलिस फिसड्डी: बहाना- टीआई बदल गए

गृह विभाग ने जारी की जिलों की ग्रेडिंग

भोपाल डेस्क :

सीएम हेल्पलाइन में पहुंची शिकायतों के निपटारे में भोपाल पुलिस प्रदेश के ए ग्रुप के 26 जिलों में 25वें पायदान पर है। गृह विभाग ने प्रदेश के सभी 52 जिलों की ग्रेडिंग लिस्ट मंगलवार को ही जारी की है। संतुष्टि के साथ बंद की गई शिकायतों के वेटेज में भोपाल पुलिस को महज 46.57 अंक ही मिल सके हैं। इस ग्रेडिंग लिस्ट में जबलपुर को पहला स्थान मिला है। इससे पहले भी भोपाल पुलिस केवल एक बार ही टॉप 3 में जगह बना पाई है।

सीएम हेल्पलाइन में पहुंची शिकायतों के निपटारे के आधार पर गृह विभाग हर महीने ग्रेडिंग लिस्ट जारी करता है। इस बार भोपाल जिला पुलिस की ग्रेडिंग 2144 शिकायतों के निपटारे के आधार पर की गई है। पहले पायदान पर आए जबलपुर में 1157 शिकायतें आई थीं। इस सूची में 846 शिकायतों के साथ सीधी दूसरे और 792 शिकायतों के साथ सिंगरौली तीसरे स्थान पर रहा है। इन तीनों जिलों में संतुष्टि के साथ बंद की गई शिकायतों का आंकड़ा क्रमश: 53.57, 51.91 और 51.52 रहा है।

इसके पीछे ये चार वजहें… विभाग ने पैरामीटर्स बदले, लोगों में भी जागरूकता बढ़ी

संतुष्टि लेवल
पहले शिकायतें 50% संतुष्टि के साथ बंद की जाती थीं। विभाग ने दो महीने पहले पैरामीटर्स में बदलाव किया और संतुष्टि लेवल 60% कर दिया।

बढ़ीं शिकायतें
दो-तीन महीने पहले तक भोपाल पुलिस से जुड़ी शिकायतें महज 1000-1500 तक ही थीं। अब ये दो हजार से भी ज्यादा हैं। कारण लोगों में बढ़ती जागरूकता है।

नियमित शिकायतकर्ता
पुलिस के मुताबिक भोपाल में नियमित शिकायतकर्ता की संख्या काफी है। कुछ तो एक ही शिकायत को कई बार करते हैं। कुछ दूसरे क्षेत्रों की शिकायत में रुचि लेते हैं।

तबादले
भोपाल जिले से करीब 29 थाना प्रभारियों का तबादला हो गया। जो नए थाना प्रभारी आए, उन्हें इलाका और शिकायतों का स्तर समझने में समय लग रहा है।

लेन-देन, कब्जे और गिरफ्तारी न होने की शिकायतें

सीएम हेल्पलाइन पर भोपाल पुलिस से जुड़ी अलग-अलग कैटेगरी में शिकायतें की जाती हैं। इनमें सबसे ज्यादा शिकायतें लेन-देन, कब्जा दिलाने और जमानती अपराध में गिरफ्तारी न होने की होती हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि तीनों ही तरह के मामलों में पुलिस कुछ नहीं कर सकती।

इस महीने हम सुधार लेंगे भोपाल की रैंकिंग

भोपाल कमिश्नरेट के ज्यादातर थानों के टीआई बदल गए। जो नए आए हैं, उन्हें समझने में थोड़ा वक्त लग रहा है। देहात के कुछ थाने भी भोपाल जिले में जुड़ते हैं। इस महीने हम भोपाल जिले की रैंकिंग सुधार लेंगे।
– हरिनारायणचारी मिश्र, पुलिस कमिश्नर भोपाल

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