इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च की केमिस्ट्री लैब में लगी भीषण आग, जेसीबी से दीवार तोड़कर बुझाई आग, केमिकल की वजह से धुंआ, सांस लेने में दिक्कत

भोपाल डेस्क :

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में IISER (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च) की केमिस्ट्री लैब में भीषण आग लग गई। यहां बड़ी मात्रा में केमिकल होने की वजह से आग इतनी तेजी से फैली कि देखते ही देखते पूरी लैब को अपनी चपेट में ले लिया। आग गुरुवार शाम करीब 4 बजे लगी। जिसे करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बुझा लिया गया। आग बुझाने में बैरागढ़, गांधीनगर, चिरायु अस्पताल की करीब 15 दमकल की गाड़ियां लगी रही।

आग बुझाने के लिए जेसीबी से बिल्डिंग की दीवार को तोड़ा गया। केमिकल की वजह से आग बुझाने में भी परेशानी आई। केमिकल के कारण उठे धुंए से सांस लेने में परेशानी होने की बात भी सामने आई है। फायर ऑफिसर साजिद खान के मुताबिक प्रारंभिक जांच में केमिकल रिएक्शन से आग लगना सामने आया है। हालांकि जांच के बाद ही आग लगने की वजह स्पष्ट हो सकेगी। फायर स्टेशन प्रभारी साजिद खान ने बताया कि आग बुझाने में ढाई घंटे से ज्यादा समय लगा है। हालांकि अभी धुंआ निकल रहा है, जिसके चलते अंदर नहीं जा पा रहे है।

आग बुझाने के लिए दीवार तोड़ी गई
जानकारी के मुताबिक, बकानिया भौंरी में IISER (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च) संचालित है। गुरुवार दोपहर करीब 4 बजे कर्मचारियों ने केमिस्ट्री लैब भवन में धुंआ उठता देखा। कर्मचारी आग बुझाने का जतन करते इससे पहले आग ने विकराल रूप ले लिया। लैब में रखे केमिकल तक आग पहुंच गई। प्रबंधन ने तुरंत ही फायर अमले को सूचना दी। मौके पर पहुंची दमकलों ने आग बुझाना शुरू किया। लेकिन, पानी की बौछार लैब तक नहीं पहुंच पा रही थीं। ऐसे में जेसीबी से दीवार तोड़ी गई।

केमिकल की वजह से धुंआ, सांस लेने में दिक्कत
लैब में बड़ी मात्रा में अलग-अलग तरह के केमिकल रखे हुए हैं। केमिकल में आग लगने की वजह से फायर कर्मियों को आग बुझाने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। खतरनाक रसायन होने की वजह से सावधानी भी बरती जा रही है। आग बुझाने पहुंचे कर्मचारियों ने बताया कि आग की वजह से धुआं ज्यादा निकल रहा है। इससे घुटन हो रही है और अंदर नहीं जा पा रहे हैं। इस वजह से भी आग बुझाने मे देरी हुई। मौके पर खजूरीकलां पुलिस भी पहुंची। वहीं, एसडीआरएफ की टीम भी मौजूद रही।

200 एकड़ का कैंपस
IISER भोपाल की स्थापना 2008 में हुई थी। कैंपस 200 एकड़ में बना हुआ है। कैंपस में कुल 10 डिपार्टमेंट हैं। यूजी और पीएचडी मिलाकर कुल 1716 छात्र है। टाइम्स हायर एजुकेशन 2021 विश्व रैंकिंग में, IISER भोपाल को भारत के 63 कैंपस में से 26वां स्थान मिला था। वर्ल्ड रैंकिंग में 1000 में 801वां मुकाम मिला था। भारत में IISER के 7 प्रीमियम रिसर्च इंस्टीट्यूट हैं। इंस्टीट्यूट साइंस और रिसर्च स्टडीज रिलेटेड कोर्सेज में एडमिशन ऑफर करते हैं

न्यू मार्केट की बिल्डिंग में लगी आग
इधर, शाम 4 बजे न्यू मार्केट स्थित त्रिवेणी कॉम्पलेक्स में भी आग लग गई। छठें मंजिल पर धुआं निकलते देख राहगीरों ने फायर अमले को सूचना दी। इसके बाद टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।

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