जल संसाधन विभाग में भ्रष्टाचार की एक बड़ी पोल खुली धार जिले में नये बने डैम में पानी का रिसाव शुरू, धार के 12 और खरगोन के 6 गांव खाली कराए गए 

कारम नदी पर बन रहे डैम के टूटने का खतरा, धार के 12 और खरगोन के 6 गांव खाली कराए गए 

  धार :

मध्य प्रदेश में भारी बारिश की वजह से कारम नदी पर बन रहे बांध की पाल धंस गई है. इसकी वजह से पानी का रिसाव शुरू हो गया है. राज्य के आला अफसरान मौके पर पहुंच चुके हैं. विशेषज्ञों की टीम मरम्मत के काम में लग गई है.भोपाल : मध्यप्रदेश के धार ज़िले की धर्मपुरी तहसील में कारम नदी पर मध्यम सिंचाई परियोजना के तहत बनाए जा रहे बांध में लीकेज के बाद पानी का रिसाव बढ़ता जा रहा है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, बांध के दाहिने तरफ के मध्य डाउन स्ट्रीम की मिट्टी स्लिप हो जाने से बांध को ख़तरा हो गया है. और यह स्थिति शुक्रवार सबेरे बनी है. मिट्टी से बनी बांध की दीवार का एक बड़ा हिस्सा ढह गया। 

मौके की नजाकत देखते हुए इलाके के तमाम वरिष्ठ अधिकारी बांध के आसपास कैम्प लगाए हुए हैं. ऐहतियातन धार ज़िले के 12 गाँव और खरगोन ज़िले के 6 गाँवों को ख़ाली कराके सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविरों में शिफ़्ट कर दिया गया है. NDRF की टीम और SDERF धार और इंदौर की टीम मौके पर बचाव कार्य के लिए तैयार है. 

इतना ही नहीं, एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर और आर्मी की एक कम्पनी को स्टैंज-बाई पर रखा गया है जो जरूरत पड़ने पर इलाके की सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं. जल संसाधन विभाग द्वारा बांध को सुरक्षित रखे जाने के लिए कार्य किया जा रहा है. उधर, इंदौर और भोपाल से विशेषज्ञों की टीम डैम का मुआयना करने पहुंच गई है. पानी निकालने के लिए डैम के गेट को खोलने की तैयारी की जा रही है. साथ ही मरम्मत का काम भी जोर-शोर से चल रहा है.

धार जिले में कारम नदी पर 300 करोड़ से अधिक की लागत से डैम बनाया जा रहा है. इश परियोजना पर पिछले चार वर्षों से काम चल रहा है.

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