21 जिलों के 69 लाख से अधिक बच्चों को पोलियों की खुराक देने के लिए रविवार को चलाया जायेगा पल्स पोलियो अभियान

जयपुर डेस्क :

प्रदेश के 21 जिलों में रविवार 18 सितम्बर को पल्स पोलियो अभियान संचालित होगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान में 69 लाख से अधिक बच्चों को दो-बूंद-जिंदगी की पिलाई जायेगी।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वह रविवार को  जन्म से 5 साल तक के बच्चों को पोलियो बूथ ले जाकर पल्स पोलियो की दवा अवश्य पिलवाएं।  

शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ. पृथ्वी ने बताया कि प्रदेश में उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान दो चरणों में संचालित किये जाने हैं। उन्होंने बताया कि रविवार को द्वितीय चरण में 21 जिलों जैसे अजमेर, भीलवाडा, बीकानेर, चूरू, दौसा, डूंगरपुर, जैसलमेर, जालौर, झालावाड, नागौर, सिरोही, टोंक, जयपुर-2, बूंदी, सीकर, बांसवाड़ा, अलवर, बाडमेर, भरतपुर एवं जोधपुर में पल्स पोलियों आभियान आयोजित किया जावेगा। उन्होंने बताया इस वर्ष के प्रथम चरण में 4 जिलों, अलवर, बाडमेर, भरतपुर एवं जोधपुर में 19 जून को पोलियो अभियान आयोजित कर जन्म से 5 साल तक के बच्चों को पोलियो खुराक पिलाई गयी थी।

डॉ. पृथ्वी ने बताया कि रविवार को आयोजित होने वाले पोलियो अभियान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। उन्होंने बताया कि निर्धारित जिलों में कुल 36 हजार 839 पोलियो बूथ लगाये जायेंगे। उन्होंने बताया 4 हजार 452 ट्रांजिट टीेमे और 6 हजार 424 मोबाइल टीेमे गठित की गयी हैं साथ ही 1 लाख से अधिक स्वास्थ्यकार्मिकों को रविवार को पोलियो खुराक पीने से छूट गये बच्चों को घर-घर जाकर दवा पिलाने की जिम्मेदारी दी गयी है।

अभियान के तहत प्रथम दिवस(रविवार को) बूथ पर जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों को दवा पिलाई जावेगी तथा किसी कारणवश दवा पीने से वंचित बच्चों को अगले 2 दिवस घर-घर जाकर टीमों के द्वारा राजस्थान में 69.00 लाख बच्चों को दवा पिलाई जावेगी।

क्यों है जरूरी

देश में पोलियो का अंतिम रोगी 13 जनवरी, 2011 को पश्चिम बंगाल में पाया गया। लगातार 3 वर्षां तक पोलियो मुक्त रहने पर 27 मार्च, 2014 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत देश को पोलियो मुक्त घोषित किया।

भारत के पड़ौसी देशों में पोलियो के केसेज होने के कारण राजस्थान तथा देश में पोलियो का पुनः संक्रमण होने का खतरा लगातार बना हुआ है।

Exit mobile version