जावती के बालस्वरूप हनुमान मंदिर परिसर को 11551 दीपो से सजाया, वीडियो में देखें मनोहारी दृश्य

आनंदपुर डेस्क :

दिवाली की रात सारा देश दीपों की रोशनी से जगमगा रहा है हर घर हर स्थान पर दीप मालाओं से साज सज्जा की है इसी कड़ी में ग्राम जावती के श्री बालस्वरूप हनुमान मंदिर एवं शिवालय पर दीपावली के शुभ अवसर पर समस्त ग्राम वासियों के सहयोग से 11551 दीपक जलाए गए जिससे मंदिर सहित बस स्टैंड और तालाब में एक मनोरम दृश्य देखने को मिला। 

1700 बर्ष पुराना है मंदिर

ग्राम की बुजुर्गों द्वारा बताया गया कि यह मंदिर 1700 पुराना है पहले यहां पर एक चबूतरा हुआ करता था इसके बाद एक छोटी सी मढ़िया हनुमान जी की बनी तत्पश्चात समय बीतने के साथ ही इसका जीर्णोद्धार कराया गया तब जाकर आ गए भव्य मंदिर देखने को मिल रहा है प्रतिवर्ष मंदिर परिसर को 551 दीपो से सजाया जाता था लोगों की आस्था बढ़ती गई और आज दिवाली के अवसर पर 11551 दीपों की रोशनी से मंदिर को सजाया गया और इसकी छटा देखते ही बन रही है

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वैसे तो कई वर्षों से इस मंदिर में प्रतिदिन 151 दीपक जलाए जाते हैं लेकिन दिवाली के अवसर पर विशेष तौर पर सजाया और डिजाइनिंग कर दीपक जलाए गए। इस दीपमाला की डिजाइन वरिष्ठ पेंटर श्रृवण भगतजी द्वारा तय की गई। और उनके द्वारा ही पूरी डिजाइन बनाकर दीपक रख बाय गए। मंदिर परिसर में प्रतिदिन 151 दीपक 

दीपक रखने का पुनीत कार्य पप्पू भगत जी द्वारा किया जाता है। 

साथ ही ग्रामवासियों ने शिक्षा के मंदिर शासकीय एकीकृत हाई स्कूल प्रांगण सहित शरहद पर अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा करने बाले सैनिकों के नाम भी दीपक जलाये, जिनकी बजह से आज हम स्वतंत्रता से जीवन यापन कर रहे हैं। 

पास में ही लगे हुए एक बड़े तालाब में भी 111 दीपो का दीपदान किया गया। दिया जलाने का  महत्त्व यही है कि अंधकार से प्रकाश की ओर हर व्यक्ति निरंतर बढ़ता रहे। प्रतिदिन जलाए जाने वाले 151 दिया और दिवाली पर जलाए गए 11551 दीपक को ग्राम जावती सहित क्षेत्र के सभी लोगों का सहयोग रहा है जिसमें जिसकी जितनी श्रद्धा उतनी दीपक और तेल मंदिर में समर्पित किए। 

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