इंदिरा रसोई योजना— मुख्यमंत्री का संकल्प प्रदेश में ‘कोई भूखा ना सोए’- जरूरतमंद को सुबह-शाम घर जैसा खाना दे रही राज्य सरकार

जयपुर डेस्क :

प्रदेश में ‘कोई भूखा नहीं सोए’ संकल्प की दिशा में राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संकल्प का परिणाम है कि इंदिरा रसोई योजना प्रदेश भर में गरीब,मजदूर, बुजुर्गों एवं सरकारी हॉस्पिटल, कृषि मंडियों में आने वाले किसानों, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैंड पर सभी यात्रियों तथा प्रदेश के सभी नगर निकायों में जरूरतमंदों के पेट भरने में महत्वपूर्ण साबित हो रही है।

इंदिरा रसोई के तहत मात्र 8 रुपए में लगभग प्रदेशभर में 7 करोड़ से ज्यादा थाली परोसी जा चुकी हैं राज्य सरकार ने  कुल 1000 रसोई के साथ 13 .81 करोड़ थाली का लक्ष्य निर्धारित किया है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संकल्प के साथ  इंदिरा रसोई योजना प्रदेश भर में लोगों के लिए वरदान साबित हुई है।  मुख्यमंत्री गहलोत  ने स्वयं जगह-जगह रसोई में जा कर खाने का स्वाद चखा और लोगों से खाने की गुणवता के  बारे में जानकारी ली साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत  ने निर्देश दिए हैं कि सभी जिला एवं नगर निकायों के अधिकारी तथा जन प्रतिनिधि हर महिने इंदिरा रसोई में जाकर खाने का निरीक्षण करे और लोगों के साथ बैठकर खाना खायें ।   

इंदिरा रसोई योजना सत्यनारयण के लिए अन्नदाता बनी

गौतम नगर जयपुर निवासी सत्यनारयण बैरवा का कहना है कि मैं मजदूरी का कार्य करता हूँ । मेरे पास रहने का ठिकाना नहीं है, तो दो वक्त का पौष्टिक खाना तो बहुत बड़ी  बात है। ऐसे में हमारी राज्य सरकार की ओर से जरुरतमंद लोगों को इंदिरा रसोई से खाना खिलाया जा रहा है। बैरवा ने बताया कि दो वक्त का खाना मजदूरी करके जो मिलता था, वह कम था इसलिए आधी बार उन्हें अन्य जरुरतों को पूरा करने के लिए भूखा रहना पड़ता था ।बैरवा का कहना है कि राज्य सरकार की इंदिरा रसोई योजना जब से शुरू हुई है, तब से अब दिन में दोनों समय स्वच्छ व पौष्टिक खाना  मिल जाता है। इससे मजदूरी का काम करने में आसानी हो रही है। जिससे उसका जीवनयापन आसान हो गया है। उन्होंने मुख़्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताते हुए कहा कि ये योजना  मेरे लिए अन्नदाता बनकर  आयी  है।

योजना से मिल रहा है सम्मान पूर्वक खाना

इसी तरह बाईस गोदाम निवासी संदीप सिंह ने बताया कि मैं निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता  हूँ। गार्ड की सेवा से होने वाली आय से परिवार का पालन -पोषण ठीक तरह से नहीं हो पाता है। परिवार के लिए अल्प आय होने से दो वक्त का खाना भी ठीक तरह से उपलब्ध नहीं हो पा रहा था, आय का आधा हिस्सा घर के राशन पर खर्च हो जाता था। जिससे घर के अन्य कार्य करना मुश्किल हो गया था । लेकिन जब से  लाल कोठी स्थित  इंदिरा रसोई शुरू हुई है। तब से 8 रुपए में स्वच्छ व पौष्टिक खाना  मिल जाता है।  इससे घर का राशन लाने में भी समस्या दूर हो गयी हुई है ।अपनी भूख मिटाकर  संदीप सिंह बहुत खुश हैं, और उन्होंने कहा कि मैं मुख़्यमंत्री अशोक गहलोत को तहेदिल से धन्यवाद देता हूँ, कि इंदिरा रसोई योजना से मुझे सम्मान पूर्वक दोनों समय खाना मिल रहा है। 

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