मलेरिया रोग नियंत्रण कार्यक्रम तहत होम्योपैथी औषधी डोर-टू-डोर दवा खिलाने का कार्य शुरू

विदिशा डेस्क :

आयुष मलेरिया रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत होम्योपैथी औषधी मलेरिया ऑफ 200 की 6-6 गोलियां प्रत्येक सदस्य को खिलाए जाने का प्रथम चरण की पहली तिथि दस सितंबर से शुरू हुआ है। जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर दिनेश कुमार अहिरवार ने बताया कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में एक साथ अभियान के प्रथम चरण प्रथम तिथि 10 सितंबर को मलेरिया रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत होम्योपैथिक औषधियां मलेरिया आप 2000 की दवा खिलाए जाने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के अलावा आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ता का भी सहयोग प्राप्त किया जा रहा है। प्रथम चरण के अंतर्गत अर्थात 10 सितंबर को जिले के विभिन्न चिन्हित मलेरिया संक्रमित क्षेत्र शहरी वार्ड ग्राम पहुंच कर होम्योपैथिक औषधि मलेरिया 200 की पहली खुराक का वितरण किया जा रहा है। इस दौरान ग्राम वासियों को मलेरिया से बचाव एवं सावधानियां की भी गहन जानकारी दी जा रही है।

आयुष विभाग के द्वारा अगली खुराक 17 सितंबर को वितरित की जाएगी।सावधानियाँ व दिशा-निर्देश- जिला आयुष अधिकारी डॉ दिनेश कुमार अहिरवार ने मलेरिया रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत होम्योपैथिक औषधि मलेरिया आंफ 200 के प्रथम चरण की दवा खिलाए जाने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां और आवश्यक दिशा-निर्देशों के संबंध में बताया कि दवा पूर्णतः सुरक्षित है, दवा परिवार के समस्त सदस्यों को अवश्य खिलायें। मलेरिया से बचाव के लिये होम्योपैथिक दवा कारगर है। होम्योपैथी दवा सेवन से किसी भी प्रकार का प्रतिकुल प्रभाव शरीर पर नहीं पड़ता। छः माह से छः वर्ष तक आयु के सदस्य को चार गोलियां खिलायें। छः वर्ष से अधिक आयु के सभी सदस्यों को 6-6 गोलियां खिलायें। दवा को बिना हाथ से छुए, ढक्कन में निकालकर जीभ पर लेवें एवं चुसें, यह थोड़ी देर में घुल जावेगी। दवा को तेज गंध एवं सीधे सुरज की रोशनी से बचायें। दवा सेवन के आधे घंटे पहले एवं आधे घंटे बाद तक कुछ न खायें।

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