समाज के लोगों की अच्छी पहल: चाय का पैसा बचाकर 520 विधवाओं महिलाओं को हर महीने देते हैं पेंशन, बच्चों की पढ़ाई-शादी में भी मदद

जयपुर डेस्क :

राजस्थान में राजपूत समाज ने जरूरतमंद विधवा महिलाओं की मदद के लिए अनोखी पहल की है। फिजूलखर्ची छोड़ सिर्फ रोज एक कप चाय का खर्चा बचाकर जय राजपूताना संघ क्षत्राणी कल्प परिवार प्रकल्प के तहत 520 विधवा क्षत्राणियों को 750 रुपए मासिक पेंशन दे रहा है। यही नहीं, बच्चे के जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ पर इच्छानुसार राशि एकत्र कर जरूरतमंद काे सिलाई मशीन देने के साथ बच्चों की पढ़ाई व शादी का खर्च भी संघ उठा रहा है।

किसी क्षत्राणी के स्वाभिमान को ठेस न पहुंचे, इसलिए उनकी पहचान गुप्त रखी जाती है। अजमेर जिले में नसीराबाद, केकड़ी और किशनगढ़ उपखंड को मिलाकर 60 विधवा क्षत्राणियों को पेंशन दी जा रही है। समाज जरूरतमंद विधवा क्षत्राणी के बेटियों का विवाह भी अपने खर्चे पर करा रहा है।

जय राजपूताना संघ के प्रदेश संयोजक सज्जन सिंह अरठ ने बताया कि अजमेर जिले में अक्टूबर 2020 में इसे शुरू किया गया। अब सदस्यों की संख्या 120 पहुंच गई है। अगले साल 2024 में पेंशन बढ़ाकर एक हजार रुपए की जाएगी।

हर जिले के लिए अलग टीम काम करती है। समाज बंधु जरूरतमंद परिवार से संपर्क कर उसके दस्तावेजों की जांच करते हैं। फिर फॉर्म भरवाकर पहली पेंशन विधवा क्षत्राणी के घर दी जाती है। आर्थिक बोझ न आए, इसलिए समाज के लोग उस घर का सिर्फ पानी पीते हैं।

जयपुर, सिरोही, जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर, झालावाड़, बूंदी, पाली, डूंगरपुर, जोधपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चित्तौड़, राजसमंद में भी 100 परिवार इस मुहिम का लाभ उठा रहे हैं।

शादी, सालगिरह, बच्चों के जन्मदिन पर भी जमा करते हैं रकम

रोज की एक चाय कम पीकर दस रुपए बचाए जाते हैं। ग्रुप से जुड़े 120 लोग हर महीने केवल चाय का खर्चा बचाकर 1200 रुपए एकत्र कर लेते हैं। इसके अलावा जन्मदिन व शादी की सालगिरह जैसे अन्य आयोजनों से न्यूनतम 500 रुपए ग्रुप के लिए जमा करते हैं।

अजमेर में ही 40 परिवारों काे हर माह 30 से 35 हजार रुपए मासिक पेंशन की सहायता की जाती है। अब तक ग्रुप की मुहिम से दाे शादियां हाे चुकी हैं, जिसमें करीब 2 लाख रुपए की सहायता दी जा चुकी है।

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