प्रदेश में पहला कैडेवर स्किन डोनेशन हुआ, 60 फीसदी बर्न मरीज को मिल सकता है नया जीवन,

जयपुर डेस्क :

जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में स्किन बैंक की शुरुआत के बाद पहला कैडेवर स्किन डोनेशन हुआ। इसमें एक 50 साल की महिला की मौत के बाद उसके शरीर से स्किन रिसीव करके उसे स्किन बैंक में रखवाया गया। डॉक्टर्स की माने तो मृतक महिला के अब ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट के बाद उसकी डोनेट की गई स्किन को बर्न केस पीड़ित मरीज को लगाई जाएगी। 

एसएमएस हॉस्पिटल प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. आर.के. जैन ने बताया- वैशाली नगर निवासी 50 वर्षीय महिला अनीता गोयल का कल देर शाम एक प्राइवेट हॉस्पिटल में उपचार के दौरान निधन हो गया था। महिला की डेथ के बाद उनके परिजनों ने महिला की स्किन डोनेट करने की इच्छा जताते हुए एक एनजीओ से संपर्क किया था।

एनजीओ ने जब हमारे से संपर्क किया तो हमारी टीम तुरंत वहां पहुंची। महिला के परिजनों से बातचीत की। इसके बाद उन्होंने जब सहमति दी तब हमारी टीम ने स्किन रिसीव करने का प्रोसेस किया। इस कैडेवर में डॉ. आर.के. जैन के साथ उनकी टीम में डॉ. अनूप, डॉ. आशा के अलावा नर्सिंग ऑफिसर नरपत सिंह और राजेश गोयल भी साथ रहे।

60 फीसदी बर्न मरीज को मिल सकता है नया जीवन

डॉ. जैन ने बताया कि जलने वाले ऐसे केस जिसमें व्यक्ति के शरीर की स्किन 60 फीसदी या उससे ज्यादा जल जाती है तो उस कंडीशन में मरीज को असहनीय दर्द होता है। ऐसे मरीज की स्किन जलने के बाद उसे न तो पट्टी की जाती है और न ही ढका जाता है, खुला रहने पर इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है। इन दो कारणों से मरीज की अक्सर मौत हो जाती है। स्किन बैंक से ऐसे मरीज को अगर स्किन मिल जाती है तो उसकी जान जाने का खतरा 90 फीसदी तक कम हो जाता है। बड़ी बात ये है कि स्किन डोनेट करने वाले और रिसिवर करने वाले के लिए कोई ब्लड ग्रुप मैच करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।

5 साल तक रहती है सुरक्षित
डॉ. जैन ने बताया कि किसी भी डोनर से जब स्किन लेते है तो उसे 5 साल तक कैमिकली ट्रीट करके सुरक्षित रखा जाता है। एक डोनर से ली गई स्किन से बर्न केस के 3-4 केस में मरीज की जान बचाई जा सकती है। हालांकि ये बर्न केस पर निर्भर करता है कि मरीज को कितनी स्किन की जरूरत है। उन्होंने बताया कि महिला के दोनों पैर और पीट के एरिया से स्किन ली गई है।

-70 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखते है स्किन
स्किन बैंक में आने वाली स्किन को सुरक्षित रखने के लिए -70 डिग्री सेल्सियस तक की कूलिंग वाले फ्रिज रखे है, जिनमें इस स्किन को रखा जाता है। करीब 6 महीने पहले एसएमएस के सुपर स्पेशिलिटी विंग में ये बैंक खोला गया था, जो राजस्थान का पहला स्किन बैंक है। 

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