बच्चों के भविष्य के लिए भामाशाहों का योगदान सराहनीय और प्रेरणादायी: पूर्व वित्त राज्यमंत्री

बूंदी/जयपुर डेस्क :

शिक्षा विभाग की ओर से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व वित्त राज्यमंत्री हरिमोहन शर्मा रहे। अध्यक्षता नगर परिषद सभापति मधु नुवाल ने की। इस अवसर पर राजकीय विद्यालय में सहयोग देने वाले भामाशाहों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए पूर्व वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि भामाशाह बनना कोई साधारण बात नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय की शैक्षणिक सुविधाओं को सुचारू रखने और बच्चों के भविष्य के लिए भामाशाहों का योगदान सराहनीय है। साथ ही यह कार्य आने वाली पीढ़ी के लिए भी प्रेरणादायी साबित होगा। उन्होंने कहा कि योगदान की राशि उतना महत्व नहीं रखती, जितनी भावना रखती है।
कार्यक्रम में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी तेज कंवर ने कहा कि शिक्षा के लिए किया गया दान सबसे बडा दान है। शिक्षा से ही समाज को दिशा मिलती है। शिक्षा हर व्यक्ति के सर्वांगीण विकास का माध्यम है। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के शिक्षकों प्रतिमाह उनके वेतन से एक प्रतिशत की राशि  विद्यालयों की सुविधाओं के लिए देने का भरोसा दिलाया।    
भामाशाहों का किया सम्मान  
कार्यक्रम में पूर्व वित्त राज्यमंत्री तथा नगर परिषद सभापति मधु नुवाल ने विद्यालय संचालन में सहयोग देने वाले 12 भामाशाहों स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने भामाशाहों में रामस्वरूप मीना, ब्रह्मानंद शर्मा, किशोर लाल मीना, इनर व्हील क्लब प्रतिनिधि सुलोचना शर्मा, हीरा लाल मीना, रमेश चन्द्र गौतम, रामस्वरूप मीना, युवराज राठौर, इन्द्र सिंह राठौर, रामकल्याण मीना, युवराज राठौर एवं जुगलकिशोर मेघवाल शामिल है। इस दौरान सम्मानित हुए भामाशाहों ने अपने अनुभव भी साझा किए।
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र व्यास सहित विद्यालयों के शिक्षक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त जिला शिक्षा शंभूदयाल मेहरा ने किया।

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